नई दिल्ली. देश प्रेम का जज्बा लिए हर नौजवान देश की सेना में जाने का सपना देखता है. देश की हिफाजत और सुरक्षा में अपना योगदान देने के लिए वो हर परीक्षा में खरे उतरना चाहते हैं. लेकिन, हर बार यह मुमकिन नहीं हो पाता की उन सभी नौजवानों का सपना पूरा हो जाए. ऐसा इसलिए क्योंकि कई बार कुछ कारणों से नौजवानों का सेना में भर्ती होने का सपना टूट जाता है.

सेना में भर्ती करने के लिए नौजवानों के कई पैमानों पर टेस्ट लिए जाते हैं. भर्ती होने वाला नौजवान सिर्फ शारीरिक रूप से पूरी तरह से फिट हो, केवल यही पैमाना काफी नहीं होता है. कभी-कभी कारण कुछ ऐसे असामान्य होते है जिनके कारण सेना में भर्ती नहीं हो पाते हैं. ऐसा ही एक कारण है नौजवानों के पैरों का समतल होना.

सेना में समतल पैरों वाले लोगों की भर्ती नहीं होती है. इसके कारण अगले पड़ाव में जाने से रोक दिया जाता है. यहां तक की उन्हें ट्रेनिंग तक को पार करने की इजाजत नहीं मिलती है. आप सोच रहे होंगे कि भला ऐसा क्यों होता है. इसके पीछे एक बहुत ही खास वजह है.

यह ऐसी वजह है जिससे सेना में भर्ती होने वाले नौजवानों के सपने पल भर में टूट जाते हैं. लेकिन इस बात की तकलीफ ज्यादा होती है कि इस वजह से निपटने का उपाय किसी के पास नहीं है. वजह है लोगों के पैर के तलवे का समतल होना. इसे फ्लैट फुट भी कहा जाता है क्योंकि इस हालात में पैर के तलवे में घुमाव की जगह वो पूरी तरह से समतल होता है. जिस कारण ऐसे पैरों वाले लोग अपने पैरों पर ज्यादा भार देने में असमर्थ होते हैं. इसके अलावा समतल पैरों वाले लोग तेज दौड़ने में भी सक्षम नहीं होते हैं.

सेना में समतल पैर वाले लोगों को अनफिट घोषित कर दिया जाता है क्योंकि वो ज्यादा देर तक खड़े रहने में सक्षम नहीं होते हैं और तेज दौड़ नहीं सकते हैं. इसके अलावा उनके शरीर के अलग हिस्सों में इस कारण से और भी तकलीफ हो जाती है. वहीं सेना को अपने साथ काम करने लिए शारीरिक रूप से पूरी तरह मजबूत और तेज-तर्रार नौजवानों की तलाश होती है.