मेरठ। रेशमा उर्फ काली की चरस बेचते हुए फोटो वायरल होने पर दो चौकी प्रभारी और स्टाफ को लाइन हाजिर कर दिया है। एएसपी की जांच में दोनों चौकियों पर तैनात स्टाफ की संलिप्तता और लापरवाही उजागर हुई है। संलिप्तता मिलने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ सबूत जुटाकर मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा।

सदर बाजार की भूसा मंडी और रेलवे रोड की केसरगंज चौकी का एरिया में आपस में मिलता है। दोनों चौकियों के एरिया में मछेरान के अंदर चरस और गांजा का धंधा बड़े पैमाने पर हो रहा था। एसएसपी प्रभाकर चौधरी को लगातार इसकी शिकायत मिल रही थी। उसके बाद केसरगंज चौकी प्रभारी रमन देशवाल और भूसा मंडी चौकी प्रभारी सुनील कुमार को चेतावनी दी गई थी। इसी बीच रेशमा उर्फ काली का चरस बेचते हुए फोटो वायरल कर दिया गया। एसएसपी ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए एएसपी कैंट चंद्रकांत मीणा को मामले की जांच दे दी गई।

एएसपी की जांच में सामने आया कि केसरगंज चौकी प्रभारी रमन देशवाल, सिपाही मनोज कुमार और धर्मेंद्र सिंह तथा भूसा मंडी चौकी प्रभारी सुनील कुमार, हेडकांस्टेबल रविंद्र कुमार और सिपाही राजीव मलिक की बड़ी लापरवाही सामने आई है। साथ ही कुछ पुलिसकर्मियों की चरस और गांजा बिक्री में संलिप्तता भी सामने आई है। एएसपी की रिपोर्ट के आधार पर एसपी देहात केशव कुमार ने सभी पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है, जिन पुलिसकर्मियों की संलिप्तता है, उनके खिलाफ साक्ष्य जुटाकर मुकदमा दर्ज कराने के आदेश भी दिए गए है।

रेशमा और अराफत को भेजा जेल
भूसा मंडी मछेरान की रहने वाली रेशमा उर्फ काली अपने बेटे अराफत के साथ चरस और गांजा बेचने का काम करती है। काली का चरस बेचते हुए फोटो वायरल होने के बाद रेलवे रोड और सदर बाजार पुलिस ने आनन फानन में कार्रवाई की। पहले बेटे अराफत को जेल भेज दिया। उसके बाद काली उर्फ रेशमा को गिरफतार कर जेल भेज दिया। फिलहाल दोनों जेल में बंद है।