मेरठ. मेरठ छावनी परिषद में ब्रिगेडियर राजीव कुमार की अध्यक्षता में विशेष बोर्ड बैठक हुई। इसमें निर्णय लिया गया कि छावनी क्षेत्र के बड़े बकाएदारों से करीब 22 करोड़ रुपये की कर वसूली की जाएगी। इनमें कई प्राइवेट स्कूल और अन्य संस्थाएं भी कर वसूला जाना है।

वहीं, आउटसोर्सिंग पर काम कर रहे 677 कर्मचारियों के मानदेय का रास्ता साफ हो गया है। परिषद के अधिकारी अब ठेकेदार द्वारा जमा किए गए जनवरी 2022 के ईएसआई, पीएफ और जीएसटी की जांच करेंगे। इसके साथ फरवरी माह की लगभग एक करोड़ की राशि ठेकेदार को दी जाएगी।

यह बैठक में सुबह 11 बजे शुरू होकर दोपहर बाद 2 बजे तक चली। बैठक में मनोनीत पार्षद डॉ. सतीश चंद्र शर्मा का कार्यकाल छह माह के लिए बढ़ा दिया गया है। इस दौरान 500 पेंशनरों का डीए बढ़ाकर 31 प्रतिशत कर दिया गया। अध्यक्ष ब्रिगेडियर राजीव कुमार ने कहा कि छावनी क्षेत्र में 31 वाटर एटीएम ठीक कराए जाएंगे। बाजारों में आने वाले लोगों को ठंडा जल निशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा।

ब्रिगेडियर ने कहा कि ठेकेदार फरवरी माह का पैसा मिलने पर तीन दिन में सभी आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को मानदेय दिलाएं। ठेकेदार को शपथ पत्र भी देना होगा। अगर गड़बड़ी पाई जाती है तो एक करोड़ की बैंक गारंटी को जब्त किया जाएगा।

बोर्ड अध्यक्ष ने सीईओ ज्योति कुमार को सलाह दी कि बड़े कर बकाएदारों और स्कूलों से वार्ता कर फिलहाल पुरानी दरों के हिसाब से ही कर जमा कराया जाए। इस दौरान सेंट मैरिज स्कूल को अतिरिक्त कमरे के निर्माण की अनुमति दी गई और फाइल को स्वीकृति के लिए रक्षा संपदा कार्यालय भेज दिया गया।

एमएलसी डॉ. सरोजिनी अग्रवाल की विधायक निधि से लगने वाली इंटरलॉकिंग टाइल्स के लिए एनओसी दी गई। डॉ. सतीश शर्मा के प्रस्ताव पर सड़क और नाला सफाई के मुद्दे पर आगामी साधारण सभा पर निर्णय की बात कही गई। बैठक में सीईओ ज्योति कुमार और नामित पार्षद डॉ. सतीश चंद्र शर्मा, कार्यालय अधीक्षक जयपाल सिंह तोमर मौजूद रहे।

आगामी कांवड़ यात्रा देखते हुए भी छावनी क्षेत्र में तैयारी शुरू कर दी गई है। यात्रा मार्ग सहित अन्य स्थानों पर खराब लगभग 200 स्ट्रीट लाइट को ठीक कराया जाएगा। इसके साथ ही दो चलित शौचालय खरीदे जाएंगे। इनका प्रयोग कांवड़ यात्रा में आने वाले श्रद्धालु कर पाएंगे। सीईओ ने कुछ सड़कों की स्थिति के बारे में भी जानकारी ली।