नई दिल्ली: प्रचंड गर्मी और लू की मार झेल रहे देशवासियों को 16 जून के बाद राहत मिल सकती है. मौसम विशेषज्ञों का दावा है कि अगले सप्ताह से प्री-मानसून की गतिविधियां शुरू होंगी. जिसका असर पहाड़ों से लेकर नीचे मैदानी इलाकों तक दिखेगा. इसी दौरान लू की मार झेल रहे दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और यूपी में बारिश से कुछ राहत मिलने का अनुमान लगाया गया है.

उत्तर, पश्चिम और मध्य भारत में जारी लू से शुक्रवार को कुछ राहत मिली और अगले सप्ताह अधिकत तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट होने की संभावना है . भारत मौसम विभाग ने इसकी जानकारी दी . हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, झारखंड, पंजाब और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में दिन के दौरान लू की स्थिति बनी रही और उत्तर प्रदेश में बांदा देश में सबसे गर्म स्थान रहा जहां का अधिकतम तापमान 46.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

इन राज्यों के 25 शहरों और कस्बों में अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया. हालांकि, ऐसे शहरों की संख्या बुधवार और गुरुवार को 42 और 32 थी. पछुआ हवा के शुष्क और गर्म होने के कारण पश्चिमोत्तर और मध्य भारत दो जून से लू की जबरदस्त चपेट में है.

भारत मौसम विज्ञान विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक आर के जेनामनि ने बताया, ‘अप्रैल के आखिर और मई के मुकाबले लू की तीव्रता कुछ कम है लेकिन लेकिन प्रभाव का क्षेत्र लगभग बराबर है.

विभाग ने कहा कि नमी युक्त पूर्वा हवाएं 16 जून से भीषण गर्मी से काफी राहत दिलाएंगी. मौसम विभाग के अधिकारी ने कहा कि 12 जून से पूर्वी मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में मॉनसून से पहले की गतिविधि की भविष्यवाणी की गई है, लेकिन उत्तरी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तर मध्यप्रदेश में सामान्य से अधिक तापमान बना रहेगा. उन्होंने कहा कि दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में 11-12 जून को थोड़ी राहत मिल सकती है और वीकेंड में बादल छाए रहेंगे लेकिन बारिश की संभावना नहीं है.