मेरठ. आम का सीजन पर इस माह चरम पर चढ़ने लगा है। दरअसल बारिश शुरू होने के बाद आम पकना शुरू हो जाएगा। मगर अभी आम पकने की राह पर बढ़ने से पहले अचार और खटाई बनाने के लिए कच्‍चे आम की डिमांंड खूब हो रही है। ऐसे में बाजार में बाहर से आमों की आवक भी पकने से पहले बढ़ गई है। अभी स्‍थानीय बाजार में बाहर के ही आमों की मौजूदगी अधिक है। जल्‍द ही स्‍थानीय बागों के आम भी बाजार में दस्‍तक देंगे और पके आमों की आवक के साथ दरों में कमी आ जाएगी।

फलों के राजा आम की आवक तो पहडिया मंडी में महीनों पहले ही हो चुकी है। जो कि मंडी सहित फुटकर दुकानों पर इन दिनों पर्याप्‍त मात्रा में उपलब्‍ध भी है। लेकिन शनिवार से लंगड़ा और दशहरी आमों की ट्रको की खेप पहुंचते ही फुटकर विक्रेताओ की भीड़ उमड़ पड़ी। जिससे कच्चा दशहरी आम 35 से 40 रुपए और कच्चा लंगड़ा आम 40 से 55 रुपए तक बिका। हालांकि कच्चे आम की अपेक्षा फुटकर पके आमों की कीमत दशहरी 50 से 70 रुपए और लंगडा 70 से 90 रुपए तक बिक्री हुई। जल्‍द ही मंडी में थोक और फुटकर दोनों ही प्रकार के आमों की आवक होने के बाद कीमतों में आधे तक कमी हो जाएगी।

इस सबंध में पहड़िया मंडी के थोक आम विक्रेता और मंडी के अध्यक्ष किशन सोनकर ने बताया कि प्रतापगढ़, लखनऊ, बाराबंकी, अयोध्‍या, तुलसीपुर, बलरामपुर, गोरखपुर सहित मेरठ, मुरादाबाद, रामपुर, सहारनपुर, नेपाल के बॉर्डर से भी आमों की आवक शुरू हो गई है। ज्यादा तो नहीं लेकिन आमों के भाव में कुछ और कमी आने की संभावना है। इसके साथ ही मानसून के आगमन के बाद आमों के डाल पर ही पकने का दौर शुरू होगा और अभी पकाया हुआ आम ही बाजार में कीमतों में त्‍योरियां चढ़ाए हुए है।