मुरादाबाद. उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों में घोड़ों के साथ पुलिस नजर आएगी। अंग्रेजों के शासनकाल से कानून व्यवस्था को मजबूत करने में घोड़े अहम भूमिका निभाते आए हैं। 1998 के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस में घड़सवाराें की भर्ती नहीं हुई थी। 2020 में शासन और पुलिस के अधिकारियों ने प्रयागराज महाकुंभ और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों में लगने वाले मेलों को देखते हुए पुलिस विभाग में घुड़सवार भर्ती का निर्णय लिया था।
2020 में पुलिस विभाग में घुड़सवार पुलिस के 105 पदों के लिए भर्ती निकाली गई थी। 22 साल बाद चयनित घुड़सवारों को दिसंबर माह प्रशिक्षण के लिए पुलिस अकादमी भेज दिया था। पुलिस अकादमी में प्रशिक्षण लेने के लिए केवल 85 प्रशिक्षु पहुंचे थे। डा. भीमराव आंबेडकर उप्र पुलिस अकादमी में घुड़सवारों के साथ ही घोड़ों को भी प्रशिक्षण दिया जाता है।
1998 में मुरादाबाद पीटीएस से घुड़सवारों का अंतिम दल ने प्रशिक्षण पूरा करके निकला था। इस दल में केवल 10 घुड़सवार थे। एडीजी पुलिस अकादमी जयनारायण सिंह ने बताया कि घुड़सवारों के पुराने सिलेबस में बदलाव करने के साथ ही नए सिरे से प्रशिक्षण दिया गया है।
यूपी पुलिस में घुड़सवाराें के 324 पदः यूपी पुलिस में घुड़सवार पुलिसकर्मियों के कुल 324 पद हैं। बीते 24 सालों से रिक्त पदों में भर्ती नहीं होने से रिक्त थे। मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जनपदों में मात्र 48 घुड़सवार पुलिसकर्मी हैं। उनमें से भी ज्यादातर घुड़सवार पुलिसकर्मी अगले दो से तीन साल में रिटायर हो जाएंगे। प्रशिक्षण पूरा करने वाले पुलिस कर्मियों की कानपुर, प्रयागराज, फैजाबाद, मेरठ, मुरादाबाद, गोरखपुर, आगरा, बस्ती, लखनऊ के साथ ही अन्य मंडलीय जनपदों में तैनाती की गई है।
घुड़सवार दल में इंडोर प्रशिक्षण टापर बने राहुल यादवः घुड़सवार पुलिस के सिपाही राहुल यादव इंडोर टापर चुने गए। डीजी प्रशिक्षण आरपी सिंह ने राहुल को मेडल व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। राहुल ने बताया कि वह मूलरूप से देवरिया के खिरिया गांव का निवासी हैं। पिता रामबहाल यादव पेशे से किसान हैं। तीन भाई-बहनों में वह सबसे बड़े हैं। 2018 में ग्रेजुएशन के बाद उनका चयन घुड़सवार पुलिस में हुआ।
अश्वसाला प्रबंधन में राहुल की कार्यकुशलता ने उन्हें सफलता तक पहुंचाया। सर्वांग सर्वोत्तम सत्यम व इंडोर टापर राहुल ने एक साथ देवरिया जनपद हैं। दोनों को ही पहली पोस्टिंग वाराणसी में मिली है। अपनी उपलब्धि पर खुशी का इजहार करते राहुल ने कहा कि वर्दी पहन कर देश व समाज की सेवा करना उसका सपना है। भविष्य में और आगे बढ़ने का प्रयास करूंगा।