लखनऊ. लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद, मथुरा, सहारनपुर, अमरोहा, चंदौली, मुजफ्फरनगर, ओरैया, मुरादाबाद, कानपुर और प्रयागराज. कहीं फ्लैगमार्च हो रहा तो कहीं ड्रोन उड़ाए जा रही, कहीं मॉक ड्रिल हो रहा तो सहीं शांति समितियों की बैठक. आज जुमे के रोज पिछले जुमे जैसा बवाल ना हो, ये उसी की तैयारी है.

प्रयागराज में उपद्रवियों से निपटने के लिए सुरक्षा दस्तों ने इस बार विशेष इंतजाम किए हैं. पुलिस और आरएफ को मल्टीसेल लांचर दिए गए हैं. इसकी विशेषता यह है कि इससे एक बार में रबर बुलेट, आंसू गैस और 6 गोले दागे जा सकते हैं. इसके अलावा 10 हजार जवानों की तैनाती की गई है.

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के गृह शहर गोरखपुर में जुमे से एक रोज पहले यानी गुरुवार को गोरखनाथ मंदिर के पास भारी तादाद में पुलिस मौजूद नजर आई. ड्रोन से पूरे इलाके की निगरानी हो रही कि कहीं किसी छत पर किसी ने पत्थर तो नहीं जमा कर रखा या किसी गली में कोई आसामाजिक गतिविधियां तो नहीं हो रहीं. गोरखपुर में ड्रोन से नजर रखने के साथ-साथ पुलिस ने मॉक ड्रिल कर अपने इंतजामों को परखने का भी काम किया, ताकि अगर किसी तरह की पत्थरबाजी या बवाल हो उससे मुस्तैदी से निपटा जा सके.

सहारनपुर में भी पुलिस ने फ्लैग मार्च किया. डीएम अखिलेश सिंह और एसएसपी आकाश तोमर की अगुवाई में सहारनपुर शहर में पुलिस के जवान सड़कों पर निकले. इसका मकसद ये संदेश देना कि लोग सुरक्षित महसूस करें साथ ही ये भी किसी ने कानून व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश की तो उससे सख्ती से निपटने को तैयार है पुलिस. फ्लैग मार्च के अलावा सहारनपुर पुलिस और प्रशासन ने धर्मगुरुओं और मस्जिद-मदरसों की कमेटी के लोगों के साथ भी बैठक की है.

प्रयागराज में रैपिड एक्शन फोर्स के जवान अपने हथियारों के साथ मुस्तैद नजर आ रहे हैं. पिछले जुमे पर प्रयागराज में भारी बवाल हुआ था, जिसकी वजह से आरोपी जावेद के घर बुलडोजर चले. इस बार पूरी कोशिश हो रही है कि दोबारा कई अप्रिय स्थिति ना हो. लिहाजा ड्रोन से भी इलाकों की निगरानी हो रही है.

कानपुर में भी तैयारी पूरी है. जुमे की नमाज में पुलिस आठ ड्रोन कैमरे से निगरानी करेगी. यहां पीएसी की बारह कंपनियों के साथ रैपिड एक्शन फोर्स को भी लगाया गया है. शहर में पुलिस और आरएएफ ने फ्लैग मार्च किया. साथ ही पोस्टरों के जरिये सदभावना की अपील भी की गई है. जिस जगह पर पिछली बार बवाल हुआ था, वहां खास तौर पर पुलिस मुस्तैद है. कानपुर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर काजी के साथ मिलकर वॉलिंटियर और युवा मित्रों की तैनाती की भी योजना है.

जुमे पर सुरक्षा की चौकस व्यवस्था के लिए संवेदनशील जिलों के लिए 130 कंपनी पीएसी और 10 कंपनी आरएएफ/सीएपीएफ दी गई है. सभी पुलिस अफसरों को सतर्क रहकर फुट पेट्रोलिंग करने के निर्देश है और सोशल मीडिया की निगरानी और भड़काऊ पोस्ट पर कार्रवाई के निर्देश के साथ संवेदनशील इलाकों की ड्रोन से निगरानी और धर्मगुरुओं से संवाद के निर्देश दिए गए हैं.