लखनऊ। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ शहरों में हल्की बारिश से भले ही बीते दो दिन से मौसम कुछ सुहावना हो गया है, लेकिन प्रदेश में मानसून विलंबित हो गया है। उत्तर प्रदेश में मानसून करीब एक हफ्ता विलंबित हो गया है।

उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी का प्रकोप झेल रहे लोगों को मानसून का इंतजार है। उत्तर प्रदेश में मानसून अब विलंब से आएगा। इस दौरान करीब एक हफ्ते तक लोगों को भीषण गर्मी का प्रकोप भी झेलना पड़ेगा। प्रदेश में गर्मी का कहर लगातार जारी है।

मौसम विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश में अगले एक सप्ताह के बाद मानसून आने पर तपिश से राहत मिलने की संभावना हैं। ऐसे में तपिश व लू के थपेड़ों से 25 जून के बाद ही राहत मिलने की उम्मीद है। प्रदेश में शनिवार को अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री और न्यूनतम 29 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता के मुताबिक, पूर्वोत्तर राज्यों से कुछ आगे बढऩे के बाद मानसून बिहार में पहुंचकर ठिठक गया है। उत्तर प्रदेश में 18 जून को मानसून के आगमन का पूर्वानुमान लगाया गया था।

इस दौरान कुछ जिलों में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। प्रदेश में सबसे अधिक तापमान वाराणसी में 40.4 डिग्री सेल्सियस पर रहा। पूर्वानुमान के अनुसार, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, बागपत, मेरठ और गाजियाबाद में कुछ स्थानों पर बारिश होने की संभावना है।

इसके अलावा पूर्वी प्रदेश के कई हिस्सों में बादलों की आवाजाही रहेगी। प्रदेश के लोगों को अब तो जून के बाद ही तपिश व लू के थपेड़ों से राहत मिलने की उम्मीद है।