नई दिल्ली. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में फर्जीवाड़ा कोई नई बात नहीं है. आए दिन देश के कई जिलों से गलत तरीके से सम्मान निधि का पैसा लिए जानें की खबरें आती रहती हैं. इसमें कई बार तो कार्रवाई हो पाती है लेकिन कई बार कुछ नहीं होता. कई लोग जिनके पास खेती की जमीन नहीं है या है भी तो तय मानक से ज्यादा है या इस योजना के पात्र नहीं हैं वे भी इसका लाभ लेते पाए जाते हैं. ऐसा ही एक फ्रॉड का मामला हरियाणा के फरीदाबाद जिले में आया है.

फ्रॉड का पता चलने के बाद जिले का कृषि विभाग तुरंत इसकी जांच में जुट गया. यहां विभाग को करीब साढ़े चार हजार लोगों पर गलत तरीके से इस योजना का फायदा लेने का शक है. टीम बनाकर इसकी जांच की जा रही है. ये ऐसे लोग हैं जिनके पास खेती की जमीन नहीं है या जो जमीन है उसपर खेती नहीं होती है. कृषि विभाग और राजस्व विभाग ने इसका सर्वे कराने का फैसला किया है. इसके लिए टीम अब गांव-गांव जा रही है.

कृषि विभाग का कहना है कि, इसकी जांच करके शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी. इसके बाद गलत तरीके से पैसा ले रहे इन लोगों पर कार्रवाई की जाएगी. इस बात की जांच की जा रही है कि ये लोग किसान हैं भी या नहीं. बता दें कि कर्रवाई में इन लोगों का नाम लिस्ट से काटा जा सकता है और अभी तक उन्हें जितना भी पैसा दिया गया है उसे वापस भी लिया जा सकता है. इस योजना के तहत केंद्र सरकार किसानों को हर महीने 500 रुपये देती है. यह पैसा हर चार महीने बाद 2000-2000 रुपये की तीन किश्त में दिया जाता है जो साल का 6000 रुपया होता है.