मेरठ. देश भर की सभी छावनियों में भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए हर व्यवस्था आनलाइन की जा रही है। इसी कड़ी ई-छावनी पोर्टल के जरिए लोगों से जुड़ी सभी सेवाओं को आनलाइन किया जा रहा है। मेरठ छावनी में भी यह व्यवस्था लागू है लेकिन अगले साल से इसे पूरी तरह से लागू कर दिया जाएगा।

मेरठ छावनी की ओर से इस वर्ष आनलाइन के साथ ही आफलाइन भी बिल भेजे गए हैं जिससे तकनीकी रूप से कम दक्ष लोगों को भी नई व्यवस्था से जोड़ा और जागरूक किया जा सके। अब अगले साल से सभी बिल केवल आनलाइन जाएंगे। लोगों की ओर से ई-छावनी पोर्टल पर पंजीकरण में दिए गए मोबाइल नंबर पर भी बिल चला जाएगा। बिल का भुगतान भी मोबाइल से आनलाइन ही कर सकेंगे।

बिल में कोई गड़बड़ी या अन्य शिकायत न होने पर किसी को कैंट बोर्ड कार्यालय जाने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। कैंट बोर्ड के प्रेस प्रवक्ता जयपाल सिंह तोमर ने बताया कि ई-दावनी पोर्टल के जरिए सभी सेवाएं आनलाइन करते हुए कैंट बोर्ड कार्यालय पेपर लेस कार्यवाही की तैयारी कर रहा है। इसी कड़ी में इस साल बिल भेजने की व्यवस्था को आनलाइन के साथ आफलाइन भी रखा गया है जिससे सभी को जानकारी दी जा सके लेकिन अगले साल केवल आनलाइन बिल भेजा जाएगा। धीरे-धीरे सारी सुविधाएं आनलाइन ई-छावनी के जरिए ही मिलेंगी।

कैंट बोर्ड में कर भुगतान 30 जून तक करने से परिषद की ओर से मिलने वाली छूट मिलेगी। 30 जून तक आनलाइन पोर्टल पर कर जमा नहीं कराने से उसके बाद कोई छूट नहीं मिलेगी। साथ ही विलंब शुल्क भी जमा करना होगा।