जयपुर. राजस्थान में उदयपुर हत्याकांड को लेकर बुधवार को राजसमंद के भीम में विरोध प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शनकारियों को संवेदनशील इलाकों में जाने से रोकने के लिए पुलिस ने हवाई फायरिंग और लाठीचार्ज किया। इस दौरान पथराव भी हुआ। कथित तौर पर किसी धारदार वस्तु से हमला किए जाने से एक कांस्टेबल घायल हो गया।

भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा के समर्थन में इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट करने पर मंगलवार दोपहर रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद ने राजस्थान के उदयपुर में दिनदहाड़े कन्हैयालाल की बर्बरता से हत्या कर दी गई थी। दोनों ने टेलर कन्हैयालाल की दुकान में घुसकर धारदार हथियार से पहले उनके शरीर पर कई वार किए और फिर गर्दन काटकर मार डाला।

दुस्साहस और वीभत्सता की पराकाष्ठा पार करते हुए हत्यारों ने घटना के बाद रक्त से सने हथियार दिखाकर हंसते हुए अपना एक वीडियो जारी किया। इसमें अन्य लोगों को भी गला काटने की धमकी दी गई है। पुलिस ने दोनों को देर शाम राजसमंद से गिरफ्तार कर लिया। उदयपुर जिले के सात थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाने के साथ पूरे प्रदेश में एक माह तक निषेधाज्ञा के अंतर्गत तीन से अधिक लोगों के एकत्र होने पर रोक लगा दी गई है। 24 घंटे के लिए इंटरनेट भी बंद कर दिया गया है।

इस बीच, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) को इसके आतंकी घटना होने का शक है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एनआइए की एक टीम उदयपुर के लिए रवाना कर दी है। प्रेट्र के अनुसार राजस्थान सरकार ने भी जांच के लिए स्पेशल आपरेशन ग्रुप के एडीशनल डायरेक्टर जनरल अशोक राठौर के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम (एसआइटी) बना दी है। इसमें एंटी टेरर स्क्वाड के महानिरीक्षक प्रफुल कुमार भी होंगे। गहलोत के अनुसार राज्य की केस आफिसर स्कीम के अंतर्गत घटना की जांच फास्ट ट्रैक की जाएगी।

पुलिस के एक सहायक निरीक्षक को निलंबित किया गया है। कपड़े सिलवाने के बहाने किया कत्ल:कन्हैयालाल तेली की उदयपुर की धानमंडी स्थित भूतमहल के पास सुप्रीम टेलर्स के नाम से दुकान है। मंगलवार दोपहर करीब ढाई बजे रियाज और गौस मोहम्मद बाइक पर सवार होकर दुकान पर पहुंचे। दोनों ने कपड़े सिलवाने के लिए नाप देने के बहाने दुकान में प्रवेश किया।

कन्हैयालाल कुछ समझ पाते, उससे पहले हत्यारों ने उन पर हमला कर दिया। उन्होंने हत्या का वीडियो भी बनाया और इंटरनेट मीडिया पर साझा किया। बताया जाता है कि दोनों दोस्त हैं और शहर की कच्ची बस्ती के रहने वाले हैं। रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद के हाथ में खून से सने हथियार देखकर आसपास के लोगों को घटना का पता चला।