मेरठ. भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा ) के परियोजना अधिकारी आशीष सिंह गौर को हटा दिया गया। राज्य नगरीय विकास अभिकरण (सूडा ) की निदेशक यशु रूस्तगी ने की कार्रवाई। अपने आदेश में सूडा की निदेशक यशु रस्तोगी ने जिला नगरीय विकास अभिकरण के अध्यक्ष व जिलाधिकारी दीपक मीणा से अनुरोध किया है कि पीओ डूडा आशीष सिंह को तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त किया जाए। साथ ही सीयूजी सिम कार्यालय में वापस जमा कराने के लिए भी कहा है।

आशीष सिंह परियोजना अधिकारी डूडा के पद पर प्रतिनियुक्ति पर तैनात थे। प्रतिनियुक्ति समाप्त करते हुए अब उन्हें तत्काल प्रभाव से उनके मूल विभाग उप्र सहकारी ग्राम विकास बैंक लखनऊ में वापस भेज दिया गया है। इस संबंध में जिलाधिकारी दीपक मीणा का कहना है कि रात में आदेश प्राप्त हुआ है। जिसके क्रम में कार्रवाई की जाएगी।

मालूम हो कि मंगलवार को हुई जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा ) की बैठक में केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान के सामने जनप्रतिनिधियों ने डूडा के अधिकारियों की कार्यप्रणाली को लेकर आपत्ति की थी। भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए थे। वहीं, डीएम ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद डूडा कार्यालय का निरीक्षण किया था, तब भी डूडा कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर कई लोगों ने डीएम के समक्ष आपत्ति दर्ज कराई थी। लगातार शिकायतें की जा रही थीं।