नई दिल्ली। पीएम क‍िसान सम्‍मान न‍िध‍ि की 11वीं किस्‍त 31 मई 2022 को क‍िसानों के खाते में ट्रांसफर की जा चुकी है. क‍िस्‍त के जारी होने के बाद सरकार के संज्ञान में आया क‍ि तमाम अपात्र क‍िसानों ने भी क‍िस्‍त का फायदा उठाया है. अब ऐसे क‍िसानों की राज्‍य सरकार की मदद से पहचान की जा रही है और उन्‍हें नोट‍िस जारी करके पैसा वापस लौटाने के ल‍िए कहा जा रहा है. जो क‍िसान पैसा वापस नहीं लौटाएंगे, सरकार उनसे वसूली करेगी.

सरकार की तरफ से पहले ही जानकारी दी गई थी क‍ि क‍िसी भी पर‍िवार में एक ही व्‍यक्‍त‍ि इस योजना का फायदा उठा सकता है. इसके अलावा ऐसे क‍िसान भी आवेदन के योग्‍य नहीं हैं जो सरकारी नौकरी करते हो या इनकम टैक्‍स फाइल करते हो. लेक‍िन सरकार की तरफ से क‍िए गए सोशल ऑड‍िट में यह सामने आया है क‍ि लाभार्थ‍ियों में ऐसे लोगों की बड़ी संख्‍या है जो नौकरीपेशा हैं और आईटीआर फाइल करते हैं.

आपने नहीं तो आपके पड़ोसी ने 11वीं क‍िस्‍त गलत तरीके से हास‍िल हो. अगर आपके पास इस बारे में सटीक जानकारी है तो संबंध‍ित अध‍िकारी को इस बारे में सूचना दे सकते हैं. ऐसे में सवाल यह उठता है क‍ि आप पता कैसे करें क‍ि पड़ोसी ने गलत तरीके से पैसे ल‍िए या नहीं. च‍िंता करने की जरूरत नहीं है, यह काम आप चुटक‍ियों में कर सकते हैं.

यह जानकारी आप ऑनलाइन माध्‍यम से कर सकते हैं. इसके ल‍िए सबसे पहले आप पीएम क‍िसान की वेबसाइट पर जाएं. यहां द‍िखाई दे रहे फॉर्मर कॉर्नर पर र‍िफंड ऑनलाइन का ऑप्‍शन द‍िखेगा. यहां क्‍ल‍िक करने पर खुलने वाले वेब पेज पर मांगी गई जानकार‍ियां दर्ज कर दें.आपके पास पड़ोसी का मोबाइल नंबर होगा ही. इसके आधार पर आप जानकारी प्राप्‍त कर सकते हैं.

यहां जानकारी दर्ज करने के बाद कैप्‍चा कोड डाले और ‘गेट डाटा’ पर क्‍ल‍िक करें. यहां क्‍ल‍िक करने के बाद आपको ‘You are not eligble for any refund amount’ का मैसेज द‍िखाई दे तो ज‍िनका आप चेक कर रहे हैं, उन्‍हें पैसा वापस नहीं करना है. यद‍ि यहां र‍िफंड अमाउंट का मैसेज शो करता है तो पैसा वापस होगा. इसी तरह आप अपनी स्‍टेटस भी चेक कर सकते हैं. पैसा वापस नहीं करने पर नोट‍िस आ सकता है.

सरकार की तरफ से पीएम क‍िसान योजना के तहत ई-केवाईसी कराने की अंत‍िम त‍िथ‍ि बढ़ाकर 31 जुलाई कर दी गई है. पहले 31 मई तक ई-केवाईसी कराने के ल‍िए कहा गया था. लेक‍िन सभी लाभार्थ‍ियों की तरफ से ई-केवाईसी नहीं कराए जाने पर अंत‍िम त‍िथ‍ि एक बार फ‍िर बढ़ाई गई है.