नई दिल्ली. मानसून आते ही हर जगह आपको कीड़े-मकौड़े घूमते नजर आएंगे. बारिश में सीलन और नमी के कारण किचन में कई तरह के बैक्टीरिया पनपने लगते हैं. खासतौर से खाने-पीने की चीजें तेजी से खराब होती हैं. बारिश में चीजें नमीं से सड़ने लगती है. कई चीजों में फंगस आ जाती है. ऐसे में आपको समय-समय पर चीजों को चेक करते रहना चाहिए. अगर कोई चीज बंद रखी है तो उसे खोलकर जरूर देंखें. फंगस लगी चीजें खाने से कई तरह की स्किन एलर्जी होने का भी खतरा रहता है.

अगर घर में एक बार फंगस आने लगे तो ये और सामानों में भी फैल जाती है. ये फंगस गीली और कम रौशनी वाली जगहों पर बहुत तेजी से फैलती है. ऐसे में हम आपको कुछ टिप्स दे रहे हैं जो आपके सामानों को फंगस से बचाने में मदद करेंगे.

मानसून में हवा में ह्यूमिडिटी के कारण नमी पैदा हो जाती है. ऐसे में कोशिश करें कि घर के अंदर फ़्रेश हवा जरूर खाएं

जिस दिन धूप निकले आप सभी खिड़कियों और दरवाजों को खोल दें. धूप की रौशनी से फंगस और बैक्टीरिया नहीं पनपते.

बारिश में फर्नीचर या बुक शेल्फ को दीवार से चिपका कर न रखें. फंगस सबसे गीली जगहों या फिर दीवार पर आती है जो आपके सामनों में फैल जाती है.

किचन में खाना बनाते वक्त एग्जॉस्ट फैन जरूर चलाएं. इससे नमी कम रहेगी और फंगस का खतरा भी कम होगा.
बाथरूम में भी एग्जॉस्ट फैन का इस्तेमाल करें. नहाने के बाद बाथरूम का दरवाजा खोल दें और फ्लोर को अच्छी तरह वाइप कर दें.

मानसून में नहाते वक्त शावर, पर्दे और मोटी मैट का इस्तेमाल ना करें. इससे बाथरूम में नमी बनी रहती है फंगस आने का खतरा बढ़ता है.

अगर आपके घर का एसी या फिर बेसिन पाइप लीक कर रहा है तो उसे तुरंत ठीक करवा लें.

धूप निकलने पर मसालों और दालों को खुले में धूप दिखाएं. इससे इन चीजों को खराब होने से बचाया जा सकता है.
किचन में सामानों को लंबे वक्त तक स्टोर करके ना रखें. इससे चीजें खराब हो सकती है.