नई दिल्ली. शुरुआती जांच में पाया गया है कि कोहले को कथित तौर पर बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नुपूर शर्मा के विवादित बयान का समर्थन करने के लिए मार दिया गया. अख़बार के मुताबिक़, कोल्हे ने नुपूर शर्मा के विवादित बयान का समर्थन करते हुए एक सोशल मीडिया पोस्ट डाली थी, जिसके बाद उनकी हत्या हो गई.

उमेश कोहले के बेटे संकेत कोहले की शिकायत के बाद अमरावती में सिटी कोतवाली पुलिस स्टेशन ने जांच शुरू की थी. इस दौरान पुलिस ने दो लोगों को 22 साल के मुदस्सिद अहमद और 25 साल के शाहरुख पठान को गिरफ़्तार किया था. उनसे जब सख़्ती से पूछताछ की गई तो पता चला कि इस घटना को अंजाम देने में चार और लोग भी शामिल थे.

उमेश पर यह हमला रात को दस बजे से लेकर साढ़े दस बजे के दौरान हुआ. वह 21 जून की तारीख़ थी और उमेश अपनी दुकान बंद करके घर लौट रहे थे. उमेश के बेटे संकेत और उनकी पत्नी दूसरी स्कूटर पर सवार थे.

उमेश के बेटे संकेत ने अपनी शिकायत में लिखवाया था, “हम प्रभात चौक से आगे बढ़ रहे थे और हमारे स्कूटर महिला कॉलेज के सामने से गुज़र रहे थे. मोटरसाइकिल पर सवार दो युवक एकाएक मेरे पिता के स्कूटर के सामने आ गए. उन्होंने मेरे पिता का स्कूटर रुकवाया और उनमें से एक ने धारदार चाकू से मेरे पिता के गर्दन की बांयी ओर हमला कर दिया. मेरे पिता गिर पड़े और उनकी गर्दन से खून बह रहा था. मैंने तुरंत अपनी स्कूटर रोकी और मदद के लिए चिल्लाने लगा. इसके बाद वे सभी मौक़े से फ़रार हो गए.”

कि शुरुआती जांच में पुलिस को पता चला है कि कोहले ने नूपुर शर्मा का समर्थन करने वाली एक सोशल मीडिया पोस्ट को वॉट्सऐप पर शेयर किया था. उन्होंने ग़लती से ये पोस्ट एक मुस्लिम शख़्स को भी शेयर कर दी थी, जो उनके कस्टमर थे. गिरफ़्तार किए गए एक शख़्स ने कहा कि उन्होंने पैग़ंबर मोहम्मद का अपमान किया था और इसलिए उनको मरना ही था.