मेरठ. 14 जुलाई से सावन महीने की शुरुआत हो रही है और 26 जुलाई को शिवरात्रि है। उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश और राजस्थान समेत अनेक राज्यों के करोड़ों श्रद्धालु हरिद्वार से गंगाजल लेकर दिल्ली-देहरादून हाईवे के रास्ते अपने गंतव्यों को निकलेंगे।
इसी हाईवे के 82 किलोमीटर हिस्से में दिल्ली से मेरठ के बीच रैपिड रेल कॉरिडोर बनाने का काम तेजी से चल रहा है। ऐसे में सड़क की चौड़ाई कम हो गई है। कांवड़ियों को रास्ते में चलने पर कोई दिक्कत न हो, इसके लिए नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) ने फैसला लिया गया है कि शिवरात्रि के आखिरी तीन दिन रैपिड रेल प्रोजेक्ट का काम बंद रहेगा।
जिला प्रशासन ने इसके लिए करीब दस दिन पहले एनसीआरटीसी से अपील की थी। जिस पर गुरुवार को एनसीआरटीसी ने मौखिक रूप से सहमति दे दी। कांवड़ यात्रा के दौरान मेरठ से गाजियाबाद जाने वाली लेन पर सिर्फ कांवड़ियां चलेंगे। जबकि हल्के वाहनों का संचालन गाजियाबाद से मोदीनगर वाया मेरठ जाने वाली लेन पर होगा। भारी वाहनों को मेरठ और गाजियाबाद से हापुड़-पिलखुवा की तरफ डायवर्ट कर दिया जाएगा। भारी वाहन चाहें तो दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे से भी निकल सकते हैं। एक्सप्रेस-वे पर कांवड़ियों की आवाजाही नहीं रहेगी। रैपिड रेल का ट्रैक दिल्ली के सराय काले खां से मेरठ के मोदीपुरम तक 82 किलोमीटर लंबा है और कांवड़ियों का रूट भी लगभग यही है।
हरियाणा और पंजाब के कांवडि़ए हरिद्वार से सहारनपुर के रास्ते अपने गंतव्य को निकल जाते हैं। जबकि दिल्ली, राजस्थान, मप्र के कांवड़िए मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा, आगरा होकर जाते हैं। अफसरों के सामने सबसे बड़ी दिक्कत यह थी कि रैपिड रेल निर्माण कार्य चालू रहने की स्थिति में वे कांवड़ियों को किस प्रकार सुरक्षित निकालें। रैपिड रेल का ट्रैक सड़क के बीचोंबीच बन रहा है। ऐसे में एनसीआरटीसी ने सड़क के बीच वाला एरिया अपने लिए रिजर्व करते हुए उसके दोनों ओर आने-जाने के रास्ते बना रखे हैं, लेकिन इन रास्तों की चौड़ाई इतनी नहीं है कि लाखों कांवडि़ए सुगम तरीके से निकल सकें।
सबसे ज्यादा दिक्कत डाक कांवड़ों को निकलने में होगी। डाक कांवड़ डीजे सैट पर होती हैं और इनकी ऊंचाई भी 20 फुट से ज्यादा तक पहुंच जाती है। ऐसे में ऊंची-ऊंची डाक कांवड़ों के खंडित होने का भी खतरा पैदा हो सकता है। इसे देखते हुए एनसीआरटीसी ने कहा है कि कांवड़ यात्रा के आखिरी दिन रैपिड रेल प्रोजेक्ट पर निर्माण कार्य बंद रहेगा।