नोएडा. लॉरेंस बिश्रोई-गोल्डी बरार गिरोह के सदस्य अंकित उर्फ छोटा व सचिन भिवानी से पूछताछ में कई बड़े खुलासे हुए हैं। पता चला है कि ये लोग नोएडा में हत्या की बड़ी वारदात करने आए थे। वारदात की योजना बनाने के लिए नोएडा में स्थान भी चिन्हित कर लिया गया था लेकिन वारदात से पहले ही पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।

इनका शरणदाता संदीप दिल्ली पुलिस की गिरफ्त से बचकर फरार हो गया। उसने सिद्धू मूसेवाला की हत्या करने के बाद शूटरों को कई जगह भेजने में मदद की थी। यह भी पता चला कि सिद्घू की हत्या उन्हीं हथियारों से की गई, जिनका उसने अपने गानों में जिक्र किया था।

स्पेशल सेल के एक अधिकारी ने बताया कि अंकित ने पूछताछ में बताया है कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए अज्ञात व्यक्ति ने 12 मई को शूटरों को हथियार दिए थे। पंजाबी गायक की हत्या करने के लिए हथियार पंजाब के रास्ते भारत में आए थे। ये माना जा रहा है कि नेपाल के जरिए हथियारों को लाया गया था। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि हथियार कब और कैसे आए थे। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अंकित अभी साढ़े अठारह वर्ष का है।

वह एक कॉमन दोस्त विट्ठल के जरिए प्रियव्रत उर्फ फौजी को जानता था। प्रियव्रत उसके सेरसा गांव में आता था। इस दौरान उसकी अंकित से मुलाकात होती थी। अंकित प्रियव्रत से मिलकर इतना प्रभावित हुआ कि उसने उसे अपना हीरो बना लिया। वह फेसबुक पर लारेंस बिश्रोई को भी देखता था। उसकी लाइफ स्टाइल से प्रभावित होकर वह अपराध की दुनिया में उतरा था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अंकित ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या को अंजाम दिया है। इससे पहले उसने श्रीगंगानगर, राजस्थान में एक ही दिन में दो लोगों पर फायरिंग की थी। उसके खिलाफ श्री गंगानगर में हत्या के प्रयास के दो मामले दर्ज हैं। वह पढ़ा-लिखा नहीं है।

जब शूटरों को मूसेवाला की हत्या के लिए घर में घुसने का मौका नहीं मिल रहा था तो पुलिस की वर्दी पहनकर दबिश देने के बहाने सिद्धू की हत्या करने की साजिश रची थी। ये भी पता लगा कि ये दो लड़कियां ढूंढ रहे थे। इनमें एक को पत्रकार व दूसरी को महिला सिपाही बनाकर अंदर भेजते। इसके बाद ये पुलिस की वर्दी पहनकर सिद्धू के घर में दबिश देने के बहाने घुसकर उसकी हत्या कर देते।

अंकित ने बताया कि सिद्धू मूसेवाला ने अपनी गानों में जिस हथियारों का जिक्र किया था, उन्हीं हथियारों से उसकी हत्या की गई थी। इसका खुलासा उसके मोबाइल से मिले फोटो व वीडियो से हुआ है। सिद्धू की हत्या में आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल हुआ है। इसमें ऑस्ट्रिया की ग्लोक-30, जिगाना पिस्टल, जर्मन मेड हेकलर एंड कोच, चीन की स्टार व एके-47 जैसे हथियार शामिल हैं। सिद्धू की हत्या करने वाले तीन शूटर प्रियव्रत उर्फ फौजी, कशिश उर्फ कुलदीप और अंकित सेरसा को गिरफ्तार कर चुकी है। अभी दीपक मुंडी, मनु कुस्सा व जगरूप रूपा की तलाश की जा रही है।