मेरठ. अक्सर देखा जाता है कि अगर ऑफलाइन माध्यम से कहीं भी चालान कट जाए तो वाहन चालक उसी चालन का उपयोग करते हुए बार-बार ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हैं. जहां भी पकड़े जाते हैं उसी चालान की कॉपी दिखा कर बच जाते हैं. लेकिन अब मेरठ में ऐसा करना वाहन चालकों को महंगा पड़ सकता है. जी हां, ऐसे वाहन चालक आईटीएमएस सिस्टम के माध्यम से चालान कटने के बाद भी अगर बार-बार नियमों का उल्लंघन करेंगे, तो उनका ड्राइविंग लाइसेंस कैंसिल हो जाएगा.

वाहन चलाते समय अगर आप अभी मेरठ के प्रमुख चौराहों पर सिग्नल तोड़ने की अपनी आदत में बदलाव नहीं ला रहे हैं तो आपको खामियाजा भुगतना पड़ेगा. मेरठ में शासन के निर्देश पर ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए आईटीएमएस सिस्टम के तहत मॉनिटरिंग शुरू हो गई है. हर रोज हजारों की संख्या में लोग यातायात के नियम तोड़ते हैं. इसमें दुपहिया और चार पहिया वाहन चालक दोनों शामिल हैं. इन पर लगाम लगाने के लिए प्रशासन ने सख्ती का निर्णय लिया है.

एसपी ट्रैफिक जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव के अनुसार नगर निगम में बनाए कंट्रोल रूम से हर रोज सभी चौराहों पर लगे कैमरे से दिन-रात मॉनिटरिंग की जा रही है. जो वाहन चालक ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हुए सिग्नल को पार कर रहे हैं. उनकी तस्वीरें कैमरों में कैद हो रही हैं. जो अलग-अलग चौराहों पर नियमों का उल्लंघन करते हैं, ट्रैफिक पुलिस जल्द ही ऐसे वाहन चालकों को नोटिस जारी करेगी.

मेरठ में प्रमुख चौराहों की बात की जाए तो जहां पर आईटीएमएस सिस्टम के तहत सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जाती है.उन चौराहों में तेजगढ़ी चौराहा, बेगमपुल चौराहा, जेलचुंगी, साकेत चौराहा, गांधी आश्रम, हापुड़ अड्डा, बच्चा पार्क, ईब्ज चौराहा, शास्त्री नगर चौराहा शामिल हैं.

नई टेक्नोलॉजी के आधार पर इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम ITMS लागू किया गया है. इसके लिए मेरठ में कंट्रोल रूम बनाया गया है, जिसके माध्यम से मॉनिटरिंग की जा रही है. इसमें ट्रैफिक सर्विलेंस कैमरा, रेडलाइट वायलेशन, साइन बोर्ड, एरिया ट्रैफिक मैनेजमेंट आदि शामिल हैं. गाड़ी के नंबर प्लेट के जरिये वाहन चालकों का पूरा विवरण सॉफ्टवेयर में आ जाता है.