मेरठ. सोतीगंज बाजार में वाहनों का कटान करने के लिए कबाड़ी ने दोबारा से वाहन कटान की कवायद शुरू कर दी है। वाहनों का कमेला बंद होने पर कुछ कबाड़ी दूसरे शहरों में जाकर छिप गए थे, जो हाल में सोतीगंज लौट गए है। ऐसे में माना जा रहा है कि कबाड़ी सोतीगंज में दोबारा से चोरी के वाहनों का कटान कर सकते है। हालांकि कप्तान दावा कर रहे है कि सोतीगंज में वाहनों का कमेला चलने नहीं दिया जाएगा। गुरुवार को भी बशीर होटल के पास सोतीगंज में एक सेट्रो खड़ी मिली थी।
पुलिस को सूचना मिली थी कि सेट्रो कटान के लिए आई है। क्रेन बुलाकर सेट्रो को उठाकर थाने ले जाया गया था। सुबह ही पुलिस ने दावा किया है कि सेट्रो बशीर के रिश्तेदार की थी, जिसे थाने से उन्हें वापस सौंप दिया है। सोतीगंज बाजार बंद होने के बाद कबाड़ियों की धरपकड़ शुरू की गई। गैंगस्टर के तहत करीब सौ करोड़ की संपत्ति जब्त की गई है, जिनका मामला अभी गैंगस्टर कोर्ट में चल रहा है।
पुलिस उक्त सभी मुकदमों की पैरवी भी कर रही है। इसी बीच इंटेलीजेंस ने इनपुट दिया है कि दूसरे राज्य उत्तराखंडा, दिल्ली तथा गोवा में छिपे कबाड़ी भी सोतीगंज लौट गए है। माना जा रहा है कि दोबारा से चोरी के वाहन कटान का धंधा शुरू करने की फिराक में है। अभी तक जानकारी मिली है कि अन्य स्थानों पर वाहन कटान करने के बाद साेतीगंज में उपकरण बेचने का प्रयास कर रहे है। इंटेलीजेंस की रिपोर्ट को देखते हुए एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने पुलिस को अलर्ट कर दिया है। यही कारण है कि सदर बाजार पुलिस को गुरुवार की रात सूचना मिली कि सोतीगंज में बशीर होटल के समीप कटान के लिए सेट्रो खड़ी है। तभी पुलिस की टीम ने रात ढाई बजे छापा मारा। उसके बाद क्रेन बुलाकर साढ़े तीन बजे सेट्रो को उठाकर थाने ले गए।
इंस्पेक्टर देव सिंह रावत का कहना है कि सुबह बशीर पक्ष के लोग थाने पहुंचे। उन्होंने बताया कि सेट्रो उनके रिश्तेदार की है। ऐसे में पुलिस ने सेट्रो को छोड़ दिया है। उधर, सोतीगंज के कबाड़ियों पर शिकंजा कसने के लिए एएसपी चंद्रकांत मीणा को आदेश दिए गए है। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि सोतीगंज में दोबारा से चोरी के वाहन नहीं कटेंगे। ऐसे में कबाड़ियों को चाहिए की दूसरे रोजगार करें।