मेरठ. शनिवार को नोएडा पुलिस ने बाइक बोट घोटाले के आरोपी ललित कुमार की संपत्ति कुर्क की। ललित पर लोगों को ठगने और अवैध तरीके से संपत्ति बनाने का आरोप है।

कुर्क की गई मकान की कीमत तकरीबन 2 करोड़ से अधिक बताई जा रही है। ललित की यह आलीशान कोठी गंगानगर के राधा गार्डन में है। पुलिस ने गैंगस्टर कानून की धारा 14 (1) के तहत यह कार्रवाई की।

ललित कुमार ने 2018 में जानबूझ कर अपने नाम से 32 बाइक खरीदीं। इन 32 बाइकों पर उसे हर महीने 3.12 लाख रिटर्न मिलता था। इसके बाद ललित ने संजय भाटी के साथ मिलकर आपराधिक षड्यंत्र कर 3 करोड़ रुपये के टारगेट से पैसा कमाना शुरू कर दिया। इसके लिए एक फार्च्यूनर गाड़ी खरीदी गई। जिससे आम लोगों में यह भ्रम फैल गया कि इस प्रकार वे भी पैसा कमा सकते हैं।

बता दें कि साल 2018 में बाइक बोट योजना के तहत बाइक टैक्सी शुरू की गई थी, जिसके लिए लोगों से निवेश कराया गया था। यह घोटाला 42 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का है। निवेश करने वाले लोगों का आरोप है कि उन्हें पैसे नहीं दिए गए। इसका मुख्य आरोपी संजय भाटी है। घोटाले में अब तक 26 के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की जा चुकी है। अभी तक आरोपियों से तीन करोड़ 74 लाख 92 हजार रुपये की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है।

साल 2010 में गर्वित इन्नोवेटिव प्राइवेट लिमिटेड नाम से संजय भाटी ने फर्जी कंपनी की शुरुआत की। साल 2018 में एक बाइक बोट स्कीम लॉन्च की। जिसके तहत एक व्यक्ति से बाइक के लिए 62,200 रुपये का निवेश कराया गया। निवेशकों को हर माह एक साल तक 9,765 रुपये देने का दावा किया गया। निवेशकों का कहना है कि उन्हें रुपये नहीं दिए गए।

बाइक बोट घोटाले में ललित कुमार 50 हजार रुपए का इनामी आरोपी है। जिसे अक्तूबर 2020 में आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने एसटीएफ की मदद से ग्रेटर नोएडा में शिव नाडर विश्वविद्यालय के पास से गिरफ्तार किया गया था। उस दौरान ईओडब्ल्यू के डीजी आरपी सिंह ने बताया था कि ललित कुमार फरवरी में मेरठ, नोएडा, दिल्ली व बुलंदशहर में छिप कर काम कर रहा था। फिलहाल बदायूं जेल में सजा काट रहा है।