मेरठ. मेरठ से अमरनाथ यात्रा पर गए दर्जनों की संख्या में भक्त रास्ते में फंसे हुए हैं। कई के बारे सूचना न मिल पाने से परिजन परेशान हैं। शेषनाग में भंडारे का आयोजन करने वाली समिति के उपाध्यक्ष राजीव शर्मा ने बताया कि श्राइन बोर्ड द्वारा जारी सूची में बबल और योगराज का नाम है। सूची में स्थान का नाम नहीं दिया है। वहीं फोन नंबर भी गलत लिखा है।

शास्त्रीनगर निवासी रुचि कौशिक ने बताया कि उनके चाचा योग संजय नाथ 52 वर्ष और चाची मोना मूल रूप से दबथुवा के निवासी हैं। लेकिन सन्यास धारण के बाद दोनों पति पत्नी ब्रजघाट स्थित ऊं शिव गोरक्ष नाथ मंदिर में रह रहे थे। बताया कि अंतिम बार 28 जून को बात हुई थी। तब वह अमरनाथ जाने वाले मार्ग में थे। उसके बाद से कोई संपर्क नहीं है।

वहीं अमरनाथ के पास बाल टाल में गाजियाबाद के शिविर में काम करने गया रजबन निवासी विनोद की अपने परिजनों से दो दिन से कोई बात नहीं हुई है। पत्नी अरुणा ने बताया वह शिविर में प्रसाद बनाने का कार्य करने गया था। बेटी राखी भी पिता से बात न हो पाने के कारण परेशान है। दो वर्ष पूर्व भी विनोद शिविर में भोजन बनाने का कार्य करने के लिए गया था।

बता दें कि अमरनाथ दर्शन करने जाने वाले मेरठ के दर्जनों की संख्या में श्रद्धालु फंसे हुए हैं। शास्त्रीनगर सेक्टर दो अमन शर्मा और के ब्लाक सागर पोसवाल शुक्रवार की सुबह से बाल टाल में रुके हुए हैं। बताया कि कुल 12 लोगों का जत्था मेरठ से आया है। बताया कि अमरनाथ गुफा के पास राहत और बचाव कार्य चल रहा है। इसलिए श्रद्धालुओं को रोक दिया गया है। सागर ने बताया कि अभी तक मेरठ के किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

फूलबाग कालोनी निवासी रविदत्त शर्मा एडवोकेट ने बताया कि चार जुलाई को शाम सात बजे दर्शन किए थे। कुल 10 यात्री थे। रात में मौसम खराब शुरु हो गया था। टट्टू पर सवार चार लोग गिर पड़े जिनमें से एक की मौत हो गई थी। शहर के एक ट्रैवेल एजेंसी की मेरठ के 48 यात्रियों से भरी बस अमरनाथ जाने वाले रास्ते में फंसी है। सभी यात्री सुरक्षित हैं उनके रविवार को वापस होने की उम्मीद है।