नई दिल्ली. गुदा के कैंसर से लेकर गले के कैंसर तक और त्वचा के कैंसर से लेकर ब्लड कैंसर तक, इस जानलेवा बीमारी के कई प्रकार होते हैं. और जितने प्रकार की यह बीमारी होती है, इसके लक्षण भी उतने ही अलग होते हैं. जो लोग लक्षणों के आधार पर सतर्क होकर शुरुआत में ही अपनी जांच करा लेते हैं और बीमारी समझ आने पर प्राथमिक स्थिति में ही सही उपचार शुरू हो जाता है तो इस जानलेवा बीमारी से बचा जा सकता है. अन्यथा यह रोग तिल-तिल कर मारने का काम करता है, जिसमें सिर्फ रोगी ही नहीं बल्कि पूरी परिवार दर्द झेलता है. यहां कुछ सामान्य प्रकार के कैंसर के प्रारंभिक लक्षण बताए गए हैं…

रोगी के शरीर में किसी भी तरह का कैंसर पनप रहा हो, इन सभी का पहला लक्षण होता है, हर समय थकान रहना. लेकिन क्योंकि थकान तो डेली लाइफ के कामों, न्यूट्रिशन की कमी, खून की कमी जैसे सामान्य कारणों से भी होती है, इसलिए ज्यादातर लोग इसे हल्के में लेते हैं और यहीं से बीमारी का बढ़ते रहने का क्रम शुरू हो जाता है.

ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कैंसर कोशिकाओं को अपनी वृद्धि और सतत विकास के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है. ये शरीर की सामान्य कोशिकाओं की तुलना में अधिक ऊर्जा की खपत करती हैं. इस कारण व्यक्ति के शरीर में लगातार ऊर्जा की कमी अनुभव होती है और थकान बनी रहती है.

वजन कम होना: बिना किसी कारण यानी डायट या लाइफस्टाइल में बिना किसी बदलाव के आपका वजन अचानक से कम होने लगा है तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि शरीर में किसी तरह का कैंसर पनप रहा है. क्योंकि कैंसर कोशिकाओं के कारण भूख घटने लगती है और ऊर्जा की अधिक जरूरत होती है तो शरीर की वसा इस जरूरत को पूरा करने में लग जाती है, जिससे वजन लगातार घटता चला जाता है. वजन घटना-भूख कम होना और इसके साथ में लगातार मितली की समस्या होना, यह किसी भी तरह के कैंसर का प्रारंभिक लक्षण हो सकता है.

सामान्य तौर पर लंग कैंसर का पहला लक्षण होता है खांसी. ऐसी खांसी जो कभी भी ठीक नहीं होती आप कितनी भी खांसी की दवाएं कर लें. इस खांसी के साथ अन्य समस्याएं होने लगती हैं, जैसे थकान रहना, भूख कम होना और वजन घटना.

गुदा के कैंसर या कोलन के कैंसर का लक्षण होता है, मल के साथ खून आना. आमतौर पर यह बवासीर का लक्षण माना जाता है. लेकिन यदि पीड़ित व्यक्ति को बवासीर नहीं है तो यह रेक्टल कैंसर हो सकता है.

पीरियड्स के समय में महिलाओं को योनी से रक्त का स्त्राव होता है. उसी तरह गर्भाशय का कैंसर होने पर भी ब्लीडिंग की समस्या होती है. यही इसका मुख्य लक्षण है. यदि पीड़ित महिला की डेट नहीं है और फिर भी रक्त आ रहा है तो इसे हल्के में ना लें.

ब्रेन ट्यूमर को बोल-चाल की भाषा में दिमाग का कैंसर भी कहा जाता है. इस कैंसर के कई कारण होते हैं लेकिन इसके प्रारंभिक कारण और पहले लक्षण के रूप में अवसाद,चिंता होता है.

पुरुषों में होने वाले कैंसर का यह सबसे सामान्य प्रकार है. इसके शुरुआती लक्षणों के रूप में सबसे पहली समस्या होती है यूरिन करते समय दिक्कत होना. या फिर बहुत अधिक जलन होना. साथ ही बार-बार ऐसा लगना कि यूरिन आ रहा है और यूरिन के साथ रक्त आना या यूरिन करते समय दर्द होना.