नई दिल्ली. जर्मनी में चीनी कंपनी Oppo को बड़ा कानूनी झटका लगा है. वेबसाइट Nokiamob.net की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जर्मनी की मैनहेम रीजनल कोर्ट ने ओप्पो के साथ अपने हालिया पेटेंट विवाद के खिलाफ नोकिया के पक्ष में फैसला दिया है. बता दें, कोर्ट ने यह फैसला नोकिया की तरफ से ओप्पो और वनप्लस के खिलाफ दायर दो मुकदमों में दिया है. फिनलैंड की कंपनी नोकिया ने चीन की कंपनी ओप्पो के साथ एक समझौते में विफल होने के बाद 2021 में चार अलग-अलग देशों में ओप्पो पर मुकदमा किया था.

कोर्ट के इस फैसले के बाद अब जर्मनी में ओप्पो और वनप्लस स्मार्टफोन की बिक्री नहीं होगी. नोकिया ने ओप्पो के खिलाफ पेटेंट विवाद में अपनी पहली जीत हासिल की है. यह इस लड़ाई का पहला फैसला है, लेकिन फिलहाल इस फैसले के अनुसार अभी के लिए ओप्पो और उसके सहयोगी ब्रांड वनप्लस जर्मनी में अपने स्मार्टफोन नहीं बेच पाएंगे.

जुलाई 2021 में नोकिया ने भारत, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी सहित एशिया और यूरोप के कई देशों में ओप्पो के खिलाफ कई पेटेंट उल्लंघन के मुकदमे किए. मुकदमे में ओप्पो पर अपने उपकरणों में वैध लाइसेंस के बिना पेटेंट नोकिया तकनीक का उपयोग करने का आरोप लगाया गया. दरअसल, ओप्पो और नोकिया ने नवंबर 2018 में एक समझौता किया था, जो जून 2021 में खत्म हो गया था.

नोकिया के मुताबिक, ओप्पो ने उसके “निष्पक्ष और उचित” प्रस्ताव को खारिज किया. कम्पनी ने आगे कहा, ‘हम ओप्पो के साथ अपने पेटेंट लाइसेंसिंग समझौते के नवीनीकरण के लिए बातचीत कर रहे हैं, लेकिन दुर्भाग्य से, उन्होंने हमारे उचित प्रस्तावों को खारिज कर दिया है. मुकदमेबाजी हमारा अंतिम उपाय है, और हमने मामले को शांति से हल करने के लिए स्वतंत्र और नीयूट्रल मध्यस्थता में प्रवेश करने की पेशकश की है. हम अब भी मानते हैं कि यह सबसे अच्छा तरीका होगा.’

ओप्पो ने इस मुकदमे को चौंकाने वाला बताया और नोकिया के खिलाफ काउंटर मुकदमे किए. ओप्पो ने कहा, ‘कंपनी अपने और थर्ड पार्टी के बौद्धिक संपदा अधिकारों के सम्मान के साथ उनकी सुरक्षा भी करती है और उद्योग में पेटेंट लाइसेंसिंग सहयोग के लिए प्रतिबद्ध है.’ नोकिया के मुकदमे के कुछ ही महीने बाद सितंबर 2021 में ओप्पो ने चीन और यूरोप में नोकिया के खिलाफ कई पेटेंट उल्लंघन के मुकदमे किए. इन पेटेंट में 5G मानक आवश्यक पेटेंट शामिल हैं.