मेरठ. मेरठ के थाना लिसाड़ी गेट क्षेत्र के जाकिर कालोनी में न्यू चाइल्ड पब्लिक स्कूल को कब्जेदारों से वापस लेने के लिए बच्चों ने आंदोलन कर दिया। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों ने हाथ में तख्ती, पोस्टर लेकर सड़क पर नारेबाजी शुरू कर दी। बच्चों ने कहा वी वांट जस्टिस। जब तक स्कूल नहीं मिलेगा हम वापस नहीं जाएंगे। मजबूरन पुलिस को मौके पर पहुंचकर मामला शांत कराना पड़ा।

मेरठ के जाकिर कालोनी में 30 सालों से न्यू चाइल्ड पब्लिक स्कूल चलता है। स्कूल में नर्सरी से आठवीं तक के बच्चे पढ़ते हैं। सोमवार सुबह जैसे ही बच्चे स्कूल पहुंचे तो स्कूल में ताला पड़ा था। धीरे-धीरे स्कूल का टाइम हो गया। दूसरे बच्चे, टीचर्स, पेरेंट्स भी स्कूल पहुंच गए। ताला न खुला होने के कारण स्कूल के बाहर भीड़ लग गई। स्कूल प्रिंसिपल को जब स्कूल बंद की सूचना मिली तो प्रिंसिपल मौके पर पहुंची और पता चला कि स्कूल पर कब्जेदार ने कब्जा कर लिया है। पड़ोसियों ने बताया कि रविवार देर रात कुछ लोग आए और स्कूल में अपना ताला डाला, स्कूल का सामान लेकर चले गए हैं।

बच्चों ने जब स्कूल में कब्जे की बात सुनी तो चिल्लाने लगे। बच्चों ने बैग से पेन निकाला। कॉपियों के पन्ने फाड़कर वी वांट जस्टिस के पोस्टर बना लिए। बच्चे स्कूल गेट के बाहर ही धरने पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। बच्चों के हंगामे की सूचना पर मौके पर थाना पुलिस पहुंची और घटनाक्रम पता किया। पुलिस और आसपास के लोगों ने बच्चों को समझाया कि वापस जाएं लेकिन बच्चे अड़ गए और बोले अपना स्कूल वापस नहीं ले लेत तब तक जाएंगे नहीं। हमें इंसाफ चाहिए।

स्कूल संचालिका तिलतआरा पत्नी सैय्यद जफर मेंहदी ने कहा कि भूमाफिया ने रविवार रात को स्कूल का ताला तोड़कर अपना ताला लगा दिया है। सुबह से बच्चे स्कूल के बाहर खड़े है। इन्होंने बच्चों की किताबों तक में आग लगा दी है। 30 साल से हमारा स्कूल चल रहा है। बच्चों को स्कूल में अंदर नहीं जाने दे रहे। हम सब परेशान हैं। स्कूल में रखा फर्नीचर इन्होंने तोड़ दिया है, जो झूले लगे थे वो भी हटवा दिए, सब नष्ट कर दिया।

मौके पर पहुंचे कब्जेदार मोमीन मलिक ने कहा कि एक महीने पहले ही मैंने स्कूल को खरीदा है और पिछले मालिक ने खुद मुझे ताला खोलकर स्कूल पर पजेशन दिया है। मैंने पैसे देकर बकायदा स्कूल खरीदा है। पिछले मालिक और स्कूल संचालक का क्या विवाद है मैं नहीं जानता।

मौके पर पहुंची थाना पुलिस ने दोनों पक्षों से बात कर मामले को शांत कराया। पुलिस अब स्कूल बेचने वाले शख्स को ढूंढ़ रही है। इस दौरान कब्जेदार और स्कूल प्रिंसिपल में बहस भी हुई पुलिस ने मामले को शांत कराकर। बच्चों को घर भेज दिया है।