एटा। एटा में जलेसर विधायक संजीव दिवाकर के आवास पर 100 से अधिक लोगों की भीड़ ने हमला कर दिया। गमले, फर्नीचर आदि तोड़ डाले। विधायक ने कमरे में बंद होकर जान बचाई। मौके पर पहुंची पुलिस को देखकर उपद्रवी भाग गए।

मामला ग्राम पंचायत बारा समसपुर में प्रत्याशी रजनी देवी प्रधानी का चुनाव हार गईं। रविवार को परिणाम भी घोषित कर दिया गया। सोमवार सुबह 11 बजे इस पंचायत के गांव बेलपीपरी के 100 से अधिक लोग दो ट्रैक्टर-ट्रॉली में बैठकर विधायक के आवास पर पहुंच गए। विधायक ने स्वयं को कोरोना संक्रमित बताया लेकिन लोग मिलने पर जोर दे रहे थे। इस पर विधायक ने दो लोगों को बुलाकर बात की। समझाया कि अगले दिन पुनर्मतगणना संभव नहीं है।

दोनों लोगों ने बाहर निकलकर बताया तो भीड़ गुस्से में आ गई और तोड़फोड़ शुरू कर दी। विधायक संजीव कुमार दिवाकर ने बताया कि प्रधान पद प्रत्याशी रजनी देवी 11 मतों से हार गईं थी। सोमवार को उनके आवास पर 50-60 महिलाएं और 30-40 पुरुष आ गए। समझाने के बावजूद नहीं माने और तोड़फोड़ करने लगे। पड़ोसी गिर्राज किशोर कुशवाह वहां पहुंचे तो उनके साथ मारपीट कर दी।

विधायक ने बताया कि भीड़ का गुस्सा देख उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए कमरे में बंद होना पड़ा। पुलिस को फोन कर सूचना दी। इस पर एसडीएम एसपी वर्मा, प्रभारी निरीक्षक केपी सिंह पुलिस बल के साथ पहुंचे। विधायक ने बताया कि गिर्राज किशोर की ओर से तहरीर दी जा रही है। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि तहरीर मिलते ही मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।