नई दिल्ली. टेलीकॉम ऑपरेटर्स ने एयरपोर्ट पर अपना पहला 5G परीक्षण कर दिया है. ये परीक्षण TRAI के देखरेख में हुआ है. बता दें कि TRAI के पायलट प्रोजेक्ट के तहत GMR इंटरनेशनल एयरपोर्ट दिल्ली पर 5G स्मॉल सेल का परीक्षण किया गया है. इसके साथ ही GMR इंटरनेशनल एयरपोर्ट देश का पहला एयरपोर्ट बन चुका है, जिसमें 5G रेडिनेस का परीक्षण हुआ है. बता दें कि इस यह परीक्षण इस उद्देश्य को ध्यान में रखकर किए जाते है, जिससे 5G की कनेक्टिविटी में कोई समस्या ना आए. इसके साथ ही लागत और खर्च को कम करने में स्ट्रीट फर्नीचर के उपयोग में शामिल प्रक्रिया की भी टेस्टिंग हो पाए.

इसके साथ ही कांडला पोर्ट पर भी 5G का परीक्षण हुआ है. कांडला के दीनदयाल बंदरगाह पर किए जा रहे पायलट प्रोजेक्ट के तहत टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर द्वारा 5G छोटे सेल का परीक्षण किया गया है. इसके साथ कांडला पोर्ट 5G का परीक्षण करने वाला देश का पहला बंदरगाह बन चुका है.

टेलीकॉम मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी है कि भारत में 5G सर्विस को 2022 के आखिर तक लॉन्च किया जा सकता है. बताया जा रहा है कि 5G स्पेक्ट्रम नीलामी का प्रोसेस 26 जुलाई तक पूरा किया जा सकता है. ऐसे में हम यह अनुमान लगाया जा सकता है कि साल के अंत तक भारत में 5G नेटवर्क को पेश किया जाएगा. ऐसा इसलिए है क्योंकि टेलीकॉम ऑपरेटर एटरटेल और जियो का 5G नेटवर्क पूरी तरह से तैयार हो चुका है. ये कंपनियां केवल सरकार की मंजूरी के इंतजार में है. इशारा मिलते ही 5G नेटवर्क को रोलआउट करना शुरू कर दिया जाएगा.