नई दिल्ली. प्यार एक ऐसी फीलिंग है जिसके सामने कोई और नज़र नहीं आता. प्यार के सामने दुनिया की हर चकाचौंध फीकी लगती है. ये प्यार तब खुशी देता है जब दोनों तरफ से किया जा रहा हो. अगर प्यार एक तरफा है तो सिर्फ और सिर्फ तकलीफ देता है. वन साइडेड लव में इंसान का मेंटल स्टेटस ऐसा हो जाता है कि उसे सही और गलत के बीच फर्क तक समझ नहीं आता. ऐसे में यह जानना बहुत ज्यादा जरूरी है कि रिश्ते में प्यार दो तरफा है या नहीं अगर ये One-Sided है तो फिर उसका कोई फ्यूचर नहीं है. अगर आप प्यार में है और ये इंडिकेशंस आपको दिख रहे हैं तो फिर आपको समझना होगा कि रिश्ता आप अकेले निभा रहे हैं. इसमें सामने वाले की कोई दिलचस्पी नहीं है.
1.बार बार माफ़ी मांगना
अगर रिश्ते में हर बात के लिए आपको ही माफी मांगनी पड़ती है या झुकना पड़ता है तो समझ जाएं कि ये और कुछ नहीं वन साइडेड रिलेशनशिप है. रूठना और मनाना हर रिश्ते का प्यार भरा हिस्सा होता है लेकिन ये कभी भी एकतरफा नहीं हो सकता. रिश्ते में हर चीज बराबर की होती है. तो अगर आप बिना गलती बार-बार रिश्ते में माफी मांग रहे हैं या फिर आप अकेले ही रिश्ते को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं तो ये एकतरफा रिश्ते का संकेत हो सकता है.
2. खुद को जज करना
हर इंसान की अपनी इंडिविजुअल पर्सनालिटी होती है लेकिन जब इंसान एक तरफा रिश्ते में होता है तो वो खुद को लेकर कई तरह के सवाल करने लगता है. उसके मन में कई तरह के सवाल उठते हैं जैसे मेरा लुक ठीक है या नहीं, मेरे पार्टनर को मैं पसंद हूं या नहीं, मुझे अपने पार्टनर के पसंद के हिसाब से कपड़े पहनने की जरूरत तो नहीं है. अगर आपके मन में भी यही सवाल उठ रहे हैं तो ये और कुछ नहीं वन साइडेड लव है.
3. इनसिक्योर होना
रिलेशनशिप में थोड़ी बहुत इनसिक्योरिटीज जायज है लेकिन अगर किसी रिश्ते में असुरक्षा की भावना हद से ज्यादा बढ़ जाए तो वह एक तरफा रिश्ता ही हो सकता है अगर आपके मन में बार-बार रिश्ता टूटने का ख्याल आता है या फिर आपको महसूस होता है कि आपका पार्टनर किसी और के प्रति आकर्षित हो जाएगा तो इसे भी वन साइडेड रिलेशनशिप का इंडिकेशन माना जा सकता ह.
4. पार्टनर के हिसाब से करन पड़ता हो हर प्लान
कहीं घूमने जाने के लिए या फिर अपने पार्टनर के साथ टाइम स्पेंड करने के लिए आपको अपने पार्टनर का लंबा इंतजार करना पड़ता है तो अलर्ट में जाने की जरूरत है. दोतरफा रिश्ते में ऐसा हो सकता है लेकिन कभी-कभी, पर एक तरफा रिश्ते में अक्सर यही होता है. इसके अलावा अगर आपको हर बार हर जगह अपने पार्टनर के हिसाब से ही प्लान बनाना पड़ता है या हर मौके पर आपको ही एडजस्ट करना पड़ता है तो मान लीजिए कि ये वन साइडेड रिश्ता है. एक अच्छी और नॉर्मल रिश्ते में पार्टनर्स एक दूसरे की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए ही अपना प्लान बनाते हैं.
5. जब सिर्फ आप ही कॉल और मैसेज करते हैं
अगर रिश्ते में सिर्फ आप ही अपने पार्टनर को कॉल या मैसेज करते हैं तो संभल जाइए. क्योंकि ये एक तरफा रिश्ते का संकेत हो सकता है. नॉर्मल रिलेशनशिप में कभी कॉल या मैसेज का रिस्पॉन्स नहीं आना या कॉल नहीं आना तो चलता है लेकिन अगर आप के रिश्ते में ऐसा हमेशा होता है तो यकीनन ये एकतरफा रिश्ता है.