मेरठ। डाक कांवड़ की बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने रविवार रात 12 बजे से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और एनएच-58 को बंद कर दिया है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने रविवार को गाजियाबाद से लेकर उत्तराखंड बॉर्डर तक निरीक्षण किया। इसके बाद रात को ही एक्सप्रेस वे और हाईवे को आम नागरिकों के लिए बंद करने का फैसला किया। मेरठ के एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि डाक कांवड़ के बढ़ते जोर के चलते एक्सप्रेस वे को रविवार रात 12 बजे से बंद कर दिया गया है।
दिल्ली मेरठ हाइवे पर भी ऐसी ही व्यवस्था की गई है। कांवड़ियों के वाहन के अलावा किसी भी वाहन की अनुमति नहीं होगी। यह व्यवस्था मंगलवार सुबह तक रहेगी। तब तक के लिए सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। उधर, रुड़की रोड पर रविवार को प्रशासन ने हेलीकॉप्टर के बजाय फायर ब्रिगेड की गाड़ी से कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा कर उनका उत्साहवर्धन किया। दूसरी ओर संभल में डीजे की आवाज कम कराने को लेकर कांवड़िओं की कोतवाल से नोकझोंक हो गई।
कई इलाकों में रूट भी डायवर्ट किए गए हैं। हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली एनसीआर से मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर हरिद्वार व देहरादून जाने वाले छोटे वाहन ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे से होते हुए गंतव्य जा रहे थे। हालांकि अब भीड़ काबू करने के लिए इसमें भी बदलाव की संभावना है।
डीजीपी मुख्यालय ने कहा है कि कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा एवं सुविधा के लिए पर्याप्त कदम उठाए गए हैं। पुलिस पूरा प्रयास कर रही है कि कांवड़ यात्रा में किसी प्रकार का व्यावधान उत्पन्न न हो तथा यह आनंदमय एवं भयमुक्त वातावरण में सम्पन्न हों। कई स्तरों पर बनाए गए कंट्रोल रूम से भी 24 घंटे निगरानी की जा रही है। यह कंट्रोल रूम शासन स्तर पर गृह विभाग के अलावा डीजीपी मुख्यालय, जोन, रेंज व जिले स्तर स्थापित है।