मेरठ. मेरठ के लिसाड़ी गेट क्षेत्र में एक महिला की मौत के बाद शव को दफनाने को लेकर दो पक्षों में संघर्ष हो गया। पीड़ित जब पुलिस से शिकायत करने गई तो उस पर थाने के गेट पर ही हमला कर दिया गया और पुलिस के सामने जमकर पीटा गया। जिसके बाद पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लिया। पुलिस सुरक्षा के बीच देर शाम महिला का शव कब्रिस्तान में दफनाया गया।

तोपचीवाड़ा निवासी सलीम की पत्नी तस्लीमा (60) का सोमवार सुबह घर पर निधन हो गया। शव दफनाने के लिए इस्लामाबाद के पठानिया कब्रिस्तान में परिवार के सदस्य सुबह कब्र तैयार कराने पहुंचे। इसी बीच कोतवाली निवासी अजमल, अनस और अकरम समेत कई लोग पहुंच गए और शव दफनाने का विरोध कर दिया। उन्होंने कहा कि यहां दूसरी बिरादरी के लोगों के शव को नहीं दफनाया जा सकता है।

जब विवाद बढ़ने लगा तो तस्लीमा के परिजनों ने इस्लामाबाद चौकी पर शिकायत दर्ज करवाई। यहां दोनों पक्षों के बीच पंचायत हुई, लेकिन नतीजा नहीं निकला। इसके बाद तस्लीमा के परिवार के दो सदस्यों ने शिकायत लेकर लिसाड़ी गेट थाने पहुंचे। आरोप है कि थाने के गेट पर अजमल और अकरम के बेटों अनस, जुनैद, अनवर और जुबेर आदि ने तस्लीमा पक्ष के सरफराज व एक अन्य पर हमला कर दिया। थाने के गेट पर सरफराज को पीटा गया। बीच बचाव में आई पुलिस के सामने भी मारपीट हुई। पुलिस ने अनस व अनवर को दबोच लिया। हालांकि बाकी आरोपी मौके से फरार हो गए।

सीओ कोतवाली अरविंद चौरसिया ने बताया कि शव दफनाने को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद हुआ था। पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है और कुछ लोगों को हिरासत में लिया। इस मामले में तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

मामला ज्यादा न बढ़े, इसके लिए पुलिस अधिकारियों ने फोर्स की मौजूदगी में शव दफनाने का आदेश दिया। इसके बाद शाम के समय फोर्स ने दफीना करवाया।