नई दिल्ली। देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पदभार ग्रहण करने के साथ ही दिल्ली के रायसीना हिल्स स्थिति राष्ट्रपति भवन भी सुर्खियों में है। 110 वर्ष पुराना यह राष्ट्रपति भवन दुनिया के सबसे बड़े, खूबसूरत और आलीशान पैलेस में शामिल है। इसकी शानो-शौकत हर किसी को आकर्षित करती है। सोमवार को द्रौपदी मुर्मू के शपथ ग्रहण के बाद उनके भाई तारानिसेन टुडु ने राष्ट्रपति देखने और घूमने की इच्छा जताई थी। अगर आपके मन में भी ऐसी इच्छा है तो महज 150 रुपये खर्च कर आप लगभग पूरा राष्ट्रपति भवन घूम सकते हैं। इसके लिए आपको एडवांस टिकट बुक करानी होगी। जानते हैं- क्या है बुकिंग की प्रक्रिया?
पर्यटकों की सुविधा के लिए राष्ट्रपति भवन को तीन सर्किट में विभाजित किया गया है। सर्किट-1 प्रत्येक शनिवार और रविवार को पर्यटकों के लिए खुला रहता है। सर्किट- 2 सोमवार को छोड़ बाकी सभी दिन खुला रहता है। सर्किट- 3 फरवरी से मार्च माह के दौरान आम लोगों के लिए खुलता है। इसके अलावा राष्ट्रपति भवन में प्रत्येक शनिवार को चेंज ऑफ गार्ड सेरेमनी भी होती है। तीनों सर्किट राजपत्रित अवकाश व कुछ विशेष अवसरों पर बंद रहते हैं। तीनों सर्किट के लिए अलग-अलग ऑनलाइन पंजीकरण कराना होता है। प्रत्येक सर्किट घूमने के लिए पंजीकरण शुल्क 50 रुपये प्रति व्यक्ति है। आठ वर्ष से कम उम्र के बच्चों का प्रवेश निःशुल्क है। जानें किस सर्किट में क्या खास है?
राष्ट्रपति भवन के सर्किट- 1 में मुख्य भवन, सामने का गलियारा, स्वागत कक्ष, नवाचार, बैंक्वेट हॉल, अपर लॉजिया या ऊपरी गैलरी, लुटियन की आकर्षक सीढ़ियां, गेस्ट विंग, अशोक हॉल, नॉर्थ ड्राइंग रूम, लॉग ड्राइंग रूम, पुस्तकालय, दरबार हॉल, भगवान बुद्ध की मूर्ति, योग करते व्यक्ति के आकार में बना विशेष आरोग्य वनम, रामपुरवा बैल की ऐतिहासिक मूर्ति, राष्ट्रपति भवन में लोहे का विशेष मुख्य गेट, टस्कन पिलर, सेंट्रल डोम और विशालकाय जयपुर कॉलम समेत आकर्षण के कई केंद्र हैं।
सर्किट- 1 के लिए अधिकतम पांच लोगों की एक साथ बुकिंग कराई जा सकती है। पर्यटकों के लिए ये सर्किट केवल शनिवार और रविवार को खुला रहता है। इसके लिए एक-एक घंटे के तीन विजिटिंग स्लॉट तय हैं। पहला 10:30 बजे से 11:30 बजे तक, दूसरा 12:30 बजे से 13:30 बजे तक और तीसरा 14:30 बजे से 15:30 बजे तक। प्रत्येक सर्किट में अधिकतम 25 लोगों को ही अनुमति दी जाती है। इसके लिए राजपथ पर गेट नंबर – दो, डलहौजी रोड पर गेट नंबर – 37 और चर्च रोड पर गेट नंबर 38 से प्रवेश दिया जाता है।
सर्किट- 2 में राष्ट्रपति भवन संग्राहलय परिसर शामिल है। इस परिसर में संग्राहलय के अलावा तीन और इमारते शामिल हैं- क्लॉक टॉवर, अस्तबल और गैराज। राष्ट्रपति भवन का गैराज 25 जुलाई 2016 को आम जनता के लिए खोला गया है। वहीं राष्ट्रपति का अस्तबल 25 जुलाई 2014 को आम जनता के लिए खोला गया है। वहीं संग्रहालय में राष्ट्रपति भवन से जुड़ी अद्भुत कला, संस्कृति, विरासत और इतिहास को संजोया गया है। यहां ऐसी कई अमूल्य और उत्कृष्ट कलाकृतियां हैं जो इतिहास प्रेमियों को आकर्षित करती हैं। यहां राष्ट्रपति निवास के कई मॉडल भी मौजूद हैं, जहां पर्यटकों का प्रवेश निषेध है। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने संग्रहालय को लेकर कहा था- “वस्तुओं, व्यक्तित्वों और महत्वपूर्ण घटनाओं के साथ आगंतुकों की भावनात्मक भागीदारी से इतिहास जीवंत हो जाता है
सर्किट- 2 के लिए अधिकतम छह लोगों की बुकिंग एक साथ कराई जा सकती है। आठ मार्च 2022 से इसे आम जनता के लिए फिर से खोला गया है। सोमवार और राजपत्रित अवकाश को छोड़ सर्किट- 2 हर दिन खुला रहता है। यहां घूमने के लिए चार विजिटिंग स्लॉट तय हैं। पहला 9:30 से 11:00 बजे तक, दूसरा 11:30 से 13:00 बजे तक, तीसरा 13:30 से 1500 बजे तक और चौथा 15:30 बजे से 17:00 बजे तक। प्रत्येक स्लॉट में अधिकतम 50 लोगों को अनुमति दी जाती है।
राष्ट्रपति भवन के सर्किट- 3 में यहां का विश्व प्रसिद्ध मुगल गार्डन शामिल है। राष्ट्रपति भवन के आयताकार मुगल गार्डन में कई अलग-अलग उद्यान हैं। इसमें लंबा और गोल उद्यान पार्क, हर्बल गार्डन, म्युजिकल गार्डन और आध्यात्मिक उद्यान शामिल है। इन गार्डन में दुनिया के कई दुर्लभ प्रजाति के पेड़-पौधे और खूबसूरत फव्वारे लगे हैं, जो यहां आने वालों का मन मोह लेते हैं। ये सर्किट प्रत्येक वर्ष फरवरी से मार्च माह के बीच लगने वाले लगभग एक माह के उद्यानोत्सव के दौरान ही खुलता है। इस वर्ष 12 फरवरी से 16 मार्च 2022 के बीच ये आम जनता के लिए खोला गया था।
राष्ट्रपति भवन के सामने के बड़े से लॉन में प्रत्येक शनिवार को राष्ट्रपति के विशेष अंगरक्षकों द्वारा ये सेरेमनी की जाती है। इस समारोह में प्रत्येक शनिवार को राष्ट्रपति के अंगरक्षों की टुकड़ी बदलती है। करीब आधे घंटे के इस सैन्य समारोह में सेना की धुन पर राष्ट्रपति के अंगरक्षकों की विशेष परेड होती है। राष्ट्रगान के साथ इस भव्य समारोह का समापन होता है। विशेष बात ये है कि इसके लिए कोई प्रवेश शुल्क नहीं है। कोई भी व्यक्ति अथवा अधिकतम 10 लोगों का समूह एडवांस बुकिंग करा इस समारोह में मुफ्त में शामिल हो सकता है। लिहाजा इस समारोह में काफी संख्या में लोग शामिल होते हैं।
यह समारोह प्रत्येक शनिवार (राजपत्रित अवकाश को छोड़) को सुबह 8:00 बजे से 9:00 बजे के बीच आयोजित होता है। समारोह शुरू होने से 40 मिनट पहले प्रवेश शुरू हो जाता है और समारोह शुरू होने से 15 मिनट पहले प्रवेश बंद कर दिया जाता है। समारोह में शामिल होने के लिए राजपथ पर गेट नंबर- दो और डलहौजी रोड स्थित गेट नंबर- 37 से प्रवेश किया जा सकता है।
1. कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना होगा।
2. अगर तबियत खराब है या क्वारंटीन पीरियड में हैं तो यहां न जाएं।
3. फोटो युक्त पहचान पत्र अनिवार्य है।
4. एडवांस बुकिंग के बिना यहां नहीं जाया जा सकता।
5. वर्तमान में केवल ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा ही उपलब्ध है।
6. बुकिंग की पुष्टि एसएमएस अथवा ईमेल के जरिए होगी।
7. आपकी एडवांस बुकिंग कभी भी निरस्त की जा सकती है।
8. बुकिंग न तो किसी को ट्रांसफर की जा सकती है और न ही बदली जा सकती है।
9. पंजीकरण शुल्क न तो वापस हो सकता है और न ही ट्रांसफर।
10. कुछ जगहों पर कैमरा, मोबाइल फोन अथवा अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस निषेध हैं।
https://rb.nic.in/rbvisit/visit_plan.aspx
https://rashtrapatisachivalaya.gov.in/
https://presidentofindia.gov.in/
https://rbmuseum.gov.in/
ज्यादा जानकारी के लिए यहां करें संपर्क
विजिटर मैनेजमेंट सेल (राष्ट्रपति भवन) – 011- 23013287, 23015321 एक्सटेंशन नंबर- 4662
फैक्स नंबर – 011- 23015246
ईमेल – Email: [email protected].
विजिटर मैनेजमेंट सेल (संग्रहालय) – 011-23015321 एक्सटेंशन नंबर- 4751
ईमेल – [email protected].
पर्यटन सिटी शिमला स्थित राष्ट्रपति निवास को दि रिट्रीट बिल्डिंग कहा जाता है। यहां पर भारतीय पर्यटकों के लिए 30 रुपये और विदेशी पर्यटकों के लिए 65 रुपये शुल्क निर्धारित है। केवल भूतल पर घूमना चाहते हैं तो उसके लिए 10 रुपये का शुल्क निर्धारित है। बस अथवा टैक्सी से यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है। यहां घूमने का समय सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक निर्धारित है। इसे घूमने में करीब एक घंटे का वक्त लगेगा।