मेरठ. चांदी के दाम लगातार लुढ़कने से आभूषण नगरी में व्यापारी पेशोपेश में हैं। डेढ़ माह की अवधि में चांदी के दाम 6200 रुपये प्रति किलोग्राम लुढ़क गए हैं। जनपद के शहर और सदर सराफा बाजार में चांदी का अच्छा थोक कारोबार होता है। बाहर से माल आता है इसके साथ यहां माल लोकल के साथ प्रदेश और देश के कई भागों में सप्लाई भी होता है। इसके विपरीत सोने के दाम लगभग स्थिर बने हुए हैं। घट रहे रेटों के पीछे अंतरराष्ट्रीय बाजार में बिकवाली को मुख्य कारण माना जा रहा है।

10 जून को चांदी के रेट 62,150 रुपये प्रति किलोग्राम थे। जो लुढ़क कर 27 जुलाई को 55,950 रुपये पर पहुंच गए। जबकि सोने के रेट 52,250 थे और अब 52,000 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि चांदी के रेटों में गिरावट के पीछे अमरीका में बैंकों की ब्याज की दरों में बढ़ोत्तरी को माना जा रहा है।

लोग चांदी को बेच कर अपना पूंजी बैंकों में जमा कर रहे हैं। सराफा व्यापारी मुकुल अग्रवाल ने बताया कि आने वाले पर्व और त्योहार के सीजन के मद्देनजर लोगों को चांदी के आभूषण खरीदने का अच्छा मौका है। दाम गिरे हुए हैं। बताया कि तीज के पर्व पर अच्छी बिक्री होने की उम्मीद है।

जनपद में चांदी का व्यापार पर एक नजर

  • शहर में दुकानें 1000
  • बड़े कारोबारी 50
  • प्रति माह कारोबार : 250 करोड़ रुपये
  • जनपद में क्या निर्मित होता है – बर्तन, सिक्के, हटरी (चांदी के मंदिर )पायल राजकोट, मथुरा से आती हैं
  • मेरठ में मुख्यत: सिक्के, हटरी और मूर्तियां बनते हैं। पायल भी अब यहां बनने लगी है।