मुरादाबाद। रेलवे महिला यात्रियों की सुविधा पर विशेष रूप से ध्यान दे रहा है। महिलाओं के लिए अलग से बर्थ आरक्षण की व्यवस्था पहले से थी। अब रेलवे अकेली सफर करने महिलाओं के अलावा गर्भवती व 45 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं के लिए भी बर्थ आरक्षित करने जा रहा है।

इसके लिए शनिवार की रात रेलवे ने सूचना प्रणाली केंद्र सिस्टम को अपडेट किया है। रेलवे महिला यात्रियों की सुविधाओं में विस्तार करने जा रहा है। अभी तक ट्रेनों में अकेली चलने वाली महिलाओं को स्लीपर क्लास में छह बर्थ आरक्षित रखी जाती थीं।

अकेले सफर करने वाली महिलाओं की सुरक्षा व सहायता के लिए सहेली टीम बनाई गई हैं। इससे आरपीएफ की महिला कांस्टेबल तैनात होती हैं। इसके तहत गर्भवती व 45 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं के लिए स्लीपर क्लास में छह लोअर बर्थ आरक्षित करने जा रहा है।

इसके साथ ही एसी में अकेली सफर करने वाली महिलाओं के लिए छह बर्थ व गर्भवती व 45 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं के लिए चार लोअर बर्थ और एसी टू में दो लोअर व दो अपर बर्थ आरक्षित करने जा रहा है। अभी तक गर्भवती व 45 वर्ष से अधिक उम्र की महिला को बर्थ खाली होने पर लोअर बर्थ देने का प्रवधान था।

एसी में अकेली चलने वाली महिलाओं के लिए बर्थ आरक्षित नहीं थीं। ट्रेनों में कोच की संख्या के आधार पर महिलाओं के लिए आरक्षित बर्थ बढ़ाई जा सकती हैं। महिलाओं की सुरक्षा के लिए ट्रेनों में दुर्गा तैनात किया जाना प्रस्तावित है। रेलवे ने शनिवार की रात 11:45 बजे से रविवार सुबह 4:45 बजे तक यात्री आरक्षण प्रणाली (पीआरएस) अपडेट किया जाना है।

अपडेट करने में महिलाओं के बर्थ आरक्षित किया जाएगा। यह सुविधा महिलाओं को दिसंबर से मिलना शुरू हो जाएगी। गर्भवती व 45 वर्ष की महिलाओं को टीटीई को प्रमाण दिखाना होगा।