उन्नाव। लोकसभा चुनाव के बीच सड़क किनारे एक बोरी मिली है। बोरी खोलकर देखा गया तो उसमें 10 से 500 तक के ’नोट’ भरे हुए थे। ये बोरी किसकी है इसका पता नहीं चल पाया। इसकी जानकारी जब लोगों को पता चली तो वह मौके पर पहुंच गए और सेल्फी लेने से नहीं चूके। दरअसल सड़क किनारे जो बोरी मिली है उसमें नोटों का कतरन भरा हुआ था। 2016 में नोट बंदी के दौरान भी इस तरह की कई बोरियां मिली थीं। नोटबंदी के इतने साल बाद एक बार फिर नोटों के कतरन भरी बोरी मिलने से खलबली मच गई। नोटों के कतरन भरी बोरी को लेकर क्षेत्र में तरह-तरह के सवाल भी उठ रहे हैं।
पूरा मामला उन्नाव जिले के गंजमुरादाबाद का है। दो दिन पहले हरदोई-उन्नाव मार्ग पर सड़क किनारे नोटों की कतरन से भरी एक बोरी पड़ी दिखाई दी। ग्रामीणों की माने तो बोरी में 10 से लेकर 500 रुपये के नोटों की कतरन भरी हुई थी। क्षेत्र में बोरी पड़े होने की चर्चाएं जोरों पर हैं लेकिन बोरी किसकी है और कहां से आई है इसकी जानकारी होने से ग्रामीण अनभिज्ञता जता रहे हैं। साल 2016 में हुई नोटबंदी के बाद क्षेत्र में बिल्हौर मार्ग पर जमुनिहा बांगर, सुल्तानपुर व गंजमुरादाबाद के बीच हरदोई उन्नाव मार्ग किनारे नोटों की कतरन बोरी में भरी मिली थी। सीओ ने अरविंद कुमार चौरसिया ने बताया कि मामले की जानकारी नहीं है पता लगाकर कार्रवाई की जाएगी।
सड़क किनारे प्लास्टिक की बोरी में 10, 20, 50 और 500 रुपये के नोटों की कतरन भरने होने की खबर जब आसपास के लोगों को लगी तो सभी मौके पर पहुंच गए। बोरी में भरे रुपयों के कतरन को लूटने की लोगों में होड़ लग गई। नोटों के कतरन से भरी बोरी की फोटो लेने के लिए भी लोग उत्साहिक दिखे। वहीं कुछ लोग अपने घरों में दिखाने के लिए कतरन अपनी जेबों में भर लिया।