कब्जे की फिराक में थे लोग
इसी कमरे पर कब्जा करने की कोशिश होने की खबर सामने आने के बाद प्रशासन ने आनन-फानन में कार्रवाई की.
64 साल के श्रीनिवासन तिरुमाला आने वाले वीआईपी तीर्थयात्रियों से भीख मांगते थे, वो वीआईपी भक्तों के पीछे तब तक नहीं हटते थे जब तक कि वो उन्हें टीका लगाकर उनसे भेंट न हासिल कर लें. उनके घर से इन्हीं दो बक्सों में लाखों की रकम बरामद हुई है.
पिछले एक साल से यह देखा जा रहा था कि अनधिकृत लोग शेषाचल नगर स्थित उनके घर पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे थे. उन्हें अंदाजा था कि उनके पास लाखों रुपये हो सकते हैं. इसलिए पड़ोसियों ने TTD के अधिकारियों और पुलिस को सूचना दी. ये वहीं रकम है जो उनके घर में मौजूद 2 संदूकों से बरामद हुई.
टीटीडी अधिकारियों को पता चला कि श्रीनिवासन का कोई परिवार नहीं है. तब उनकी संपत्ति पर दावे की आशंका के बीच विजिलेंस और राजस्व विभाग की टीम ने जांच की तो 6 लाख 15 हजार 50 रुपये बरामद हुए.
कुछ समय पहले बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री दीपिका पादुकोण जब वहां गईं तो भी श्रीनिवासन उनके पीछे पीछे गए और दक्षिणा लेकर ही पीछे हटे.
कहावत है कि इंसान खाली हाथ आता है और खाली हाथ जाता है. यही बात इन याचक पर भी लागू हुई, अब उनकी संपत्ति सरकारी खजाने में पहुंच गई है.
अपनी युवावस्था में बालाजी के धाम पहुंचे श्रीनिवासन की तिरुपति के स्वामी के प्रति असीम आस्था थी. उनका स्वभाव बहुत अच्छा था. विनम्र होने के नाते लोग उन्हें पसंद करते थे. अक्सर श्रद्धालु उनसे अपने माथे पर टीका लगवाने के बाद ही बाहर निकलते थे. ये दोनो तस्वीर उनकी जवानी और वृद्धावस्था की हैं.