27 साल की आलिया इस्माइल को मेल बनकर अपनी पहचान के खोने का एहसास हुआ. 18 साल की उम्र से ही आलिया को अपनी बॉडी से कुछ उलझन महसूस होती थी. कुछ सालों बाद उसने अपना जेंडर बदलने का फैसला किया और 20 साल की उम्र में मेडिकली उस फैसले को अंजाम तक पहुंचाया.

नाम भी किया था चेंज
जेंडर चेंज करने के प्रोसेस में मेल हॉर्मोन्स टेस्टोस्टेरोन की मात्रा को बढ़ाया जाता है. ’टाइम्स नाओ’ में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक आलिया ने अपने जेंडर चेंज के साथ ही अपना नाम भी बदलकर इसा कर लिया था. लेकिन समय के साथ उसे एहसास हुआ कि मेल बनने से उसे कोई खास आइडेंटिटी नहीं मिल पाई और उसने फिर से अपने जेंडर को बदल लिया.

परिवार वालों ने दिया साथ
आलिया ने बताया कि जब उसके गे होने की बात सामने आई तो परिवार वालों ने उसका साथ दिया. सभी ने उसके फैसले को पूरी तरह सपोर्ट किया और उसकी भावनाओं को समझा. लेकिन मेल बनने के बाद जब आलिया को अपनी वो पहचान नहीं मिल सकी जो उसने सोची थी, तो उसने मेल हॉर्मोन्स का इनटेक बंद कर दिया. इसके बाद उसके एस्ट्रोजन लेवल समान रहा और टेस्टोस्टेरोन कम होने लगा.

नहीं है किसी बात का पछतावा
आलिया को अपने किसी भी फैसले पर कोई अफसोस या पछतावा नहीं है. वो कहती है कि उसे गर्व है कि उसने खुद को तलाशने की हिम्मत जुटाई और एक नई लाइफ को एक्सप्लोर किया. आलिया अपने जेंडर चेंज को लेकर हमेशा से ही वोकल रही है जिससे दूसरे लोग उसके अनुभव से कुछ सीख पाएं.