बेंगलुरु। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरोने 24 नवंबर को राज्य के 15 अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की। इस दौरान इन अधिकारियों के घर से बेशुमार धन-दौलत निकली। एक अधिकारी ने तो इतनी ब्लैकमनीजुटा ली थी, उसे छुपाने के लिए जब कोई जगह नहीं मिली, तो उसने ड्रेनेज के पाइप में नोटों के बंडल ठूंस दिए। जब ACB ने उसके यहां छापा(Raid) मारी, तब वो वॉश बेसिन में पैसा और ज्वेलरी छुपाने में लगा था। इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कितनी बड़ी थी, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि टीम में 8 SP, 100 अधिकारी और 300 कर्मचारी शामिल थे। टीम ने इन अधिकारियों के 68 ठिकानों पर एक साथ छापा मारा था।

ACB ने जब कलबुर्गी में जूनियर इंजीनियर शांता गौड़ा बिरदार के घर पर छापा मारा, तो उसके यहां ड्रेनेज पाइप के अंदर से 13.50 लाख रुपए के बंडल मिले। वहीं, छत पर भी 15 लाख रुपए छुपाकर रखे गए थे। इस इंजीनियर के घर से 55 लाख रुपए जब्त किए गए।

जब ACB शांता गौड़ा के घर पहुंची, तो वो भांप गया और 15 मिनट तक दरवाजा नहीं खोला। जब अधिकारी अंदर पहुंचे, तो गौड़ा अपने बेटे के साथ वॉश बेसिन के आउलेट में पैसों के बंडल ठूंस रहा था। गौड़ा 35 एकड़ से अधिक जमीन का भी मालिक निकला।

ACB की टीम को सकला विभाग के प्रशासक के रूप में कार्यरत एलसी नागराज के घर से साड़ियों में लपेटकर रखे गए नोटों के बंडल मिले। बेलगावाी में ग्रुप सी के कर्मचारी नटजी हीराजी पाटिल के आवास से ACB को बड़ी संख्या में डॉलर मिले।

कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक टीएस रुद्रेशप्पा के घर से करीब 7 किलो सोना मिला। रुद्रेशप्पा के गडग आवास से 3.5 करोड़ रुपये के सोने के गहने मिले। 15 लाख रुपये नकद भी जब्त किया गया है। वहीं, गोकक के वरिष्ठ मोटर निरीक्षक सदाशिव मारलिंगन्नावर के घर से 1.135 किलोग्राम सोना और 822172 रुपये कैश बरामद हुआ।

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के बाद लगातार शिकायतें आ रही थीं कि इन अधिकारियों ने अपने कार्यकाल में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार किया है। पुख्ता जानकारी मिलने पर इनके खिलाफ कार्रवाई की गई।

इन अधिकारियों के भ्रष्टाचार का आलम यह था कि इन्होंने काली कमाई छुपाने के लिए सोन-चांदी के बर्तन आदि तक खरीदे। जब ACB ने इनके ठिकानों पर छापा मारा, तो इनके यहां बेशुमार धन-दौलत देखकर वे भी हैरान रह गए।
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