क्या आप अक्सर खाने के बाद आपका पेट फूला हुआ रहता या सीने ले जलन या खट्टी डकार और गैस बनना जैसा महसूस करते हैं? अगर हां, तो संकेत है कि आपकी आंतों में कुछ गड़बड़ है। इन दिनों लोग चीनी, मसालेदार, तेल और फैट वाली चीजों का अधिक सेवन करते हैं। यह सभी चीजें पाचन तंत्र पर गंभीर प्रभाव डालती हैं।
खराब खान-पान और सुस्त जीवनशैली की वजह से अधिकतर लोग पेट की समस्याओं से पीड़ित रहते हैं। पेट में गैस बनना, थोड़ा खाते ही पेट भर जाना, हमेशा पेट भरा-भरा रहना, एसिडिटी, गैस पास नहीं होना, पेट में तेजाब बनना जिससे खट्टी डकार आना, कभी-कभी मतली और उल्टी जैसा महसूस होना। यह सभी समस्याएं इशारा करती हैं कि आपके पेट में गंदगी भर गई है, जिसे साफ करना जरूरी है।
फैट टू स्लिम की डायरेक्टर और न्यूट्रिशनिस्ट एंड डाइटीशियन शिखा अग्रवाल शर्मा के अनुसार, अक्सर दही को पेट और आंतों के लिए सबसे बढ़िया माना जाता है क्योंकि यह पेट को अंदर से ठंडक पहुंचाने में मदद करता है और इसमें मौजूद प्रोबायोटिक्स हानिकारक बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकते हैं। बेशक यह सच है लेकिन वो लोग क्या करें जो किसी वजह से दही हैं खा पाते हैं। दही से हटकर कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं, जो पेट और आंतों को स्वस्थ और मजबूत बनाने का काम करते हैं।
हल्दी को औषधीय गुणों के लिए भी जाना जाता है। यह पीला मसाला आपके पेट के स्वास्थ्य के लिए भी चमत्कार कर सकता है। चूंकि यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है, इसलिए यह पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है, जिससे पाचन की प्रक्रिया आसान हो जाती है।
छाछ में प्राकृतिक रूप से प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो आंत के स्वास्थ्य में सुधार के लिए काफी फायदेमंद माने जाते हैं। भोजन के बाद अक्सर इस पेय का एक गिलास पीने की सलाह दी जाती है, क्योंकि यह पाचन तंत्र को शांत करने का कम करता है। आप इसमें काली मिर्च, जीरा या पुदीना जैसी जड़ी-बूटियां भी मिला सकते हैं। इसे पीने से सूजन और कब्ज जैसी समस्याएं दूर रहेंगी।
आंवला एक देसी सुपरफूड जो विटामिन सी का एक बढ़िया स्रोत है और यह पेट के लिए भी फायदेमंद है। आंवला भी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है, पाचन स्वास्थ्य में सहायता करता है और सूजन को रोकता है। इससे दस्त और मांसपेशियों में ऐंठन जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद मिलती है।
घी खाने से पेट को अनगिनत लाभ होते हैं। चूंकि घी में ब्यूटिरिक एसिड होता है, इसलिए यह पाचन तंत्र के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। यह एसिड हानिकारक बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकता है। अगर आप कब्ज या बवासीर के रोगी हैं, तो घी जरूर खाएं।
पेट खराब होने पर अजवाइन चबाने की सलाह दी जाती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इस मसाले में थाइमोल जैसे एसेंशियल ऑयल होते हैं, जो आंत में हानिकारक बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करते हैं। यह पाचन समस्याओं से राहत पाने का एक सरल उपाय है।