मेरठ| मेरठ में अधिवक्ता रमेश चंद गुप्ता नाबालिग किशोरी को घर में बनाए कैंप ऑफिस में बुलाकर यौन शोषण करते थे। दौराला थाने में दर्ज अपहरण के मुकदमे में दुष्कर्म की धारा बढ़ाकर रमेश चंद गुप्ता का आरोपी बना लिया गया है।

दो भाजपा के नेताओं पर भी आरोप लगाए गए हैं। इनमें एक अधिवक्ता के भांजे महानगर में पदाधिकारी पर छेड़खानी करने और दूसरे प्रदेश में जिम्मेदार पद पर नेता पर अश्लील बात करने का आरोप लगाया है।

एसएसपी का कहना है कि जो आरोप लगाए गए हैं, उनकी सत्यता की जांच कराई जा रही है। वहीं, हाई प्रोफाइल केस होने के चलते पूरे शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म है।

सोशल मीडिया पर अधिवक्ता रमेश चंद गुप्ता के कई वीडियो वायरल हुए थे। एक वीडियो में अधिवक्ता किशोरी के साथ अश्लीलता करते नजर आ रहे हैं। दूसरे वीडियो में अधिवक्ता के साथ चैंबर पर टाइपिंग का कार्य करने वाली किशोरी खड़ी नजर आ रही थी।

वायरल होने के बाद टाइपिंग वाली किशोरी संदिग्ध हालात में लापता हो गई थी। इस मामले में किशोरी के भाई ने दौराला थाने में 27 मई को अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

बृहस्पतिवार को पुलिस ने किशोरी को बरामद करने के बाद बृहस्पतिवार को कोर्ट में 164 के बयान कराए थे। पुलिस अब अपहरण के मुकदमे में अधिवक्ता रमेश चंद को दुष्कर्म का आरोपी बना रही है। पुलिस के मुताबिक अधिवक्ता अपने घर में बनाए गए कैंप ऑफिस में बुलाते थे और पत्नी के बाहर जाने पर यौन शोषण करते थे। एसएसपी का कहना है कि इस मामले में दुष्कर्म की धारा बढ़ाई जा रही है।

किशोरी ने भाजपा के दो नेताओं पर आरोप लगाए हैं। अधिवक्ता के भांजे महानगर में पदाधिकारी भाजपा नेता पर आरोप लगाया है कि उन्होंने एक पार्टी के दौरान छेड़खानी की। इसी पाटी में दूसरे नेता पर आरोप लगाया कि उन्होंने अश्लील बात की। पूरे प्रकरण में एसएसपी का कहना है कि आरोपों की सत्यता की जांच कराई जाएगी। कौन, किस समय कहां पर था, सीडीआर, लोकेशन और दूसरे साक्ष्य शामिल किए जाएंगे। जांच में आरोप सत्य पाए जाते हैं आगे कार्रवाई की जाएगी।

दूसरी नाबालिग ऑफिस गर्ल के साथ वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश चंद गुप्ता का अश्लील वीडियो वायरल होने के आरोप में मेरठ बार एसोसिएशन ने उनको वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद से हटाते हुए सदस्यता मेरठ बार एसोसिएशन से समाप्त कर दी थी। बार के पदाधिकारियों ने सभा में कहा था कि अधिवक्ता रमेश चंद गुप्ता द्वारा नाबालिक के साथ शरीरिक संबंध बनाने और अश्लील फोटो तैयार करने सहित अन्य गंभीर आरोप लगे हैं। जिससे विधिक समाज की प्रतिष्ठा तार-तार हो गई है।

किशोरी के साथ यौन शोषण के मामले में अधिवक्ता रमेश चंद गुप्ता पर दुष्कर्म की धारा लगाई जा रही है। बयान में दो अन्य लोगों पर आरोप लगाए हैं। इनमें आरोपों में कितनी सत्यता है, ये जांच के बाद ही स्पष्ट होगा। किसी को बेवजह नहीं फंसाया जाएगा। जो सत्यता है उसी के आधार पर कार्रवाई होगी। -रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी