नई दिल्ली. अगर आपने कभी हवाई जहाज से यात्रा की हो, तो आपने देखा होगा कि एक प्लेन में दो पायलट होते हैं. एक मेन पायलट होता है, तो एक को-पायलट होता है. दरअसल, एक विमान में दो पायलट होने का मुख्य कारण यात्रियों की सुरक्षा को माना जाता है, लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि प्लेन में पायलट और को-पायलट को अलग-अलग खाना परोसा जाता है? आपको यह सुनकर काफी अचंभा हो रहा होगा, लेकिन यह सच है. हालांकि, अगर आप इसकी वजह नहीं जानते, तो आइये आज हम आपको इसके पीछे की बेहद खास वजह के बारे में बताते हैं.

सबसे पहले बता दें कि एयरलाइंस कंपनियां हवाई यात्रा के दौरान अपने यात्रियों की सुरक्षा पर खास ध्यान देती है. जिस प्रकार एक ट्रेन में दो मोटरमैन होते हैं और दोनों की ही अलग-अलग सीटें होती हैं, ठीक उसी तरह हर विमान में एक पायलट और एक को-पायलट होता है. उनकी भी अलग-अलग सीटें होती हैं. जब भी किसी पायलट और को-पायलट को खाना परोसा जाता है, तो उन्हें कभी भी एक जैसा खाना नहीं दिया जाता है. यहां तक कि उन दोनों ही पायलट के लिए खाना अलग-अलग जगहों पर बनाया जाता है. अब इसके पीछे बहुत बड़ा कारण छिपा है.

दरअसल, दोनों पायलटों को एक जैसा खाना न देने के पीछे सबसे बड़ी वजह यह है कि अगर दोनों पायलटों को एक जैसा खाना दिया गया और खाने में किसी भी तरह की कोई गड़बड़ी हुई, तो दोनों ही पायलटों की तबीयत खराब हो जाएगी. ऐसे में दोनों ही पायलटों को इलाज की जरूरत पड़ेगी और उस समय सबसे बड़ा सवाल यह होगा कि उस स्थिति में विमान कौन उड़ाएगा. दोनों पायलट की तबियत एक साथ खराब होने पर यात्रियों की सुरक्षा को सबसे ज्यादा खतरा हो सकता है. ऐसी समस्या उतपन्न ना हो, इसलिए एयरलाइंस कंपनियां इस सावधानी को ध्यान में रखते हुई दोनों पायलट को अलग-अलग खाना परोसती है.