लखनऊ: लगातार दूसरी बार सत्ता में आने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ बाहुबलियों और माफियाओं के खिलाफ ज्यादा सख्त हो गए हैं. सरकारी जमीन हड़पने के मामले में आजम खान के खिलाफ जबरदस्त कार्रवाई के बाद अब उनकी नजर मेरठ के एक बाहुबली नेता पर टिक गई है.

याकूब कुरैशी का अस्पताल सील
मेरठ के पुलिस प्रशासन ने के विवादित नेता और पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी हाजी याकूब कुरैशी के अस्पताल को सील कर दिया है. आरोप है कि कुरैशी पिछले कई सालों से बिना रजिस्ट्रेशन के इस अस्पताल का संचालन कर रहे थे. अस्पताल में और भी कई खामियों की बात भी सामने आई है. नियमों के उल्लंघन के आरोप में हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम ने बुधवार को अस्पताल के कर्मियों को बाहर निकालकर सील की मुहर लगा दी.

मीट फैक्ट्री पर भी हुई कार्रवाई
इससे पहले पुलिस-प्रशासन की टीम याकूब कुरैशी की मेरठ में चल रही मीट फैक्ट्री पर भी कार्रवाई कर चुकी है. दरअसल पर्यावरण नियमों के उल्लंघन के आरोप में प्रशासन ने कई साल पहले ही मीट फैक्ट्री को दी गई अपनी एनओसी वापस ले ली थी. इसके बावजूद फैक्ट्री में जानवरों को लाकर काटने और उनका मांस निकालकर बेचने का काम लगातार चल रहा था.

फैक्ट्री के 10 लोग अरेस्ट
शिकायत मिलने पर प्रशासन की टीम हाल में जब फैक्ट्री में पहुंची तो वहां मीट की प्रोसेसिंग और पैकेजिंग का काम चल रहा था. पुलिस ने मौके से कई टन कच्चा मांस बरामद किया. इसके बाद फैक्ट्री को सील कर मीट की पैकेजिंग कर रहे 10 कर्मचारियों को भी अरेस्ट कर लिया गया. जबकि याकूब कुरैशी मौके से गायब मिले.

याकूब कुरैशी और उनके भाई यूसुफ कुरैशी का मेरठ की राजनीति में दबदबा रहा है. प्रदेश में सरकार चाहे किसी भी दल की रही हो लेकिन उन पर हाथ डालने की आज तक किसी नेता-अफसर में हिम्मत नहीं हुई है. याकूब कुरैशी बूचड़खाने के कारोबार से जुड़े रहे हैं. उनकी कई जिलों में मीट फैक्ट्री हैं, जिसमें पैकेजिंग किए गए मांस को खाड़ी और दूसरे देशों को बेचा जाता है.

विवादों में रहे हैं याकूब कुरैशी
याकूब कुरैशी खुद को मुसलमानों का सबसे बड़ा रहनुमा जताने से भी कभी पीछे नहीं रहे. बड़ा मुसलमान नेता बनने की दौड़ में आगे निकलने के लिए वे जब-तब विवादित बयान भी देते रहे हैं. उन्होंने वर्ष 2006 पैगंबर मोहम्मद का कार्टून बनाने वाले डेनमार्क के कार्टूनिस्ट की गर्दन काटने वाले को 51 करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी. जिसके बाद उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था. हालांकि अपने दबदबे के चलते उनके खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हो पाई थी.