मेरठ. मंगलवार को आन की खातिर एक महिला की जान चली गई। इस बार आनर किलिंग की शिकार 35 साल की तलाकशुदा सायमा बन गई। पिता और चचेरे भाई ने इज्जत की खातिर घर के अंदर सायमा को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने पिता और चचेरे भाई को तमंचे के साथ गिरफतार कर लिया है। लिसाड़ीगेट के श्यामनगर निवासी असलम की बेटी सायमा का निकाह 2014 में राधना वाली गली सददीक नगर निवासी शहजाद से हुआ था। दंपती में विवाद के चलते सायमा ने तीन साल पहले शहजाद से तलाक ले लिया। उसके बाद श्यामनगर में दिलशाद शौकत के किराए के मकान में रहने लगी। सायमा की सात साल की बेटी लायमा भी उसके साथ रहती थी।
मंगलवार की सुबह सायमा के घर पर पिता असलम और चचेरा भाई जुबैर पहुंचे। असलम ने तमंचे में कारतूस भरकर जुबैर को दिया। जुबैर ने सायमा की कनपटी पर तमंचा रखकर गोली चला दी। उस समय सायमा के गोद में बेटी लायमा भी सो रही थी। मां को गोली लगने की आवाज सुनकर बेटी की नींद टूट गई। खून के छींटे बेटी के शरीर तक पहुंच गए थे। वारदात को अंजाम देकर जुबैर और असलम भाग गए थे। पुलिस ने जुबैर और असलम को चंद घंटों बाद ही हापुड़ रोड से गिरफतार कर लिया। उनके कब्जे से हत्या में प्रयोग किया तमंचा बरामद किया।
सीओ कोतवाली अरविंद चौरसिया के मुताबिक, असलम और जुबैर से पूछताछ की गई। दोनों ने बताया कि तलाक के बाद सायमा गलत काम करने लगी थी। आसपास के लोगों के ताने सहकर थक चुके थे। इज्जत की खातिर अंत में आत्मघाती कदम उठाना पड़ा। असलम ने भाई के बेटे जुबैर के साथ मिलकर हत्या की प्लानिंग की और सायमा को मार डाला।
सायमा की हत्या में पिता असलम और चचेरे भाई जुबैर को पकड़ लिया है। उनकी निशानदेही पर तमंचा भी बरामद कर लिया है। हत्या करने के बाद आरोपित उसे लूट का मामला दिखाने की प्लानिंग कर चुके थे। पुलिस ने ऐनवक्त पर आरोपितों को हापुड़ रोड से दबोच लिया।