नई दिल्ली. भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा के बयान पर विवाद अभी थमा भी नहीं था कि अब भाजपा के युवा नेता तेजस्वी सूर्या ने भी एक ऐसा बयान दे दिया है, जिससे विवाद भड़कने के आसार हैं। तेजस्वी सूर्या ने ऑस्ट्रेलिया इंडिया यूथ डायलॉग कार्यक्रम के दौरान पैरामाटा में सोमवार को इशारों-इशारों में कहा कि इस्लाम का इतिहास रक्तपात और हिंसा से भरा हुआ है उन्होंने मुगलों की तुलना हिटलर से करते हुए कहा कि भारत पर मुगलों का हमला यहूदियों पर किए गए अत्याचार जैसा था। हालांकि, अपने इस बयान के लिए अमेरिकी इतिहासकार विल ड्यूरेंट की किताब का हवाला दिया।

तेजस्वी सूर्या ने कहा, ‘हम इस विशेष समुदाय के इतिहास को इसके अस्तित्व के समय से जानते हैं। इसका इतिहास रक्तपात और हिंसा से भरा हुआ है।’ उन्होंने आगे हलाल भोजन पर प्रतिबंध का समर्थन करते हुए कहा कि हिंदू समुदाय को उन पार्टियों को वोट देना चाहिए जो विशेष रूप से हिंदुओं की रक्षा करती हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया भर में यहूदियों पर अत्याचार की फिल्में और म्यूजियम हैं, लेकिन हिंदुओं पर टीपू सुल्तान, मोहम्मद गौरी, अलाउद्दीन खिलजी के अत्याचार की बात भी नहीं होती है।

ऑस्ट्रेलिया-इंडिया यूथ डायलॉग ने कहा है कि वह किसी भी प्रतिनिधि के विचारों का समर्थन नहीं करता है। इसके बावजूद तेजस्वी सूर्या का ऑस्ट्रेलिया में विरोध तेज हो गया है। ऑस्ट्रेलिया में मुस्लिम छात्रों, संगठनों और धार्मिक संगठनों ने कई जगह विरोध-प्रदर्शन किया है। एक मुस्लिम संगठन के छात्र जुनैद अहमद ने कहा कि तेजस्वी सूर्या को यूनिवर्सिटी में बोलने की इजाजत देना हेट स्पीच और इस्लामोफोबिया को बढ़ाने वाला है। यही नहीं, तेजस्वी सूर्या के ऑस्ट्रेलिया वीजा को रद करने की बात भी उठने लगी है। इस कड़ी में एक पिटीशन पर हजारों लोग हस्ताक्षर भी कर चुके हैं।