लखनऊ। पिता स्वामी प्रसाद मौर्य के सपाई होने के बाद भाजपा सांसद डा. संघमित्रा मौर्य अब दो नावों पर सवारी करती दिख रहीं। मंगलवार को कुशीनगर जिले की फाजिलनगर सीट से प्रत्याशी स्वामी प्रसाद मौर्य के काफिले पर हमले का आरोप लगाते हुए वह मुखर हो गईं। कहा कि अब तक पार्टी धर्म निभाते हुए कहा था कि उनके चुनाव प्रचार में नहीं जाऊंगी। इस घटनाक्रम के बाद कहती हूं कि फाजिलनगर की जनता उनका साथ दे। बेटी होने का धर्म निभा रही हूं। भाजपा नेतृत्व में आस्था है इसलिए जिले के नेताओं का काला चिट्ठा वहां तक पहुंचाऊंगी।

मंगलवार को हुए घटनाक्रम के बाद डा. संघमित्रा ने फेसबुक लाइव के माध्यम से अपनी बात रखी। कहा कि पिता के रोड शो पर हमला करने वाले भाजपा प्रत्याशी व नेताओं पर कार्रवाई होनी चाहिए। हमले की जानकारी मिली तो कुशीनगर से फाजिलनगर जाते समय बेवली बाजार में मुझे भी घेरा। अभद्रता करने वाले लोग शीर्ष नेतृत्व की सुनने वाले नहीं हैं। समय-समय पर मुझे प्रताडि़त करने वालों के विरुद्ध अब कार्रवाई होनी चाहिए। कहा कि मैंने कहा था कि पिता के प्रचार में नहीं जाऊंगी मगर, अब कहती हूं कि फाजिलनगर की जनता स्वामी प्रसाद का साथ दे।

मैं भाजपाई हूं : बोलीं, मैं भाजपा की कार्यकर्ता हूं। मैं भाजपा की सांसद हूं और बनी रहूंगी। मुझे किसी की सलाह की जरूरत नहीं है। बदायूं की जनता के वोट से चुनकर मैं संसद में गई, किसी की दया²ष्टि वाली सांसद नहीं हूं। न पार्टी से इस्तीफा दूंगी न सांसदी से।

सांसद संघमित्रा ने पत्रकारों को बताया क‍ि यह हमला पिता जी नहीं कह रहे हैं। यह सड़क पर दिखाई दे रहा है। गाड़ियां तोड़ी गई हैं। लोगों के सिर से खून बह रहा है। कहा, जो भारतीय जनता पार्टी दंगा और शांतिमुक्त प्रदेश की बात करती है। आज उसी के प्रत्याशी ने हमारे पिता पर हमला किया है। उन्‍होंने कहा, मैं आज खुलेआम यहां पर कहती हूं कि फाजिलनगर की जनता 3 मार्च को ऐसे हुड़दंगियों को सबक सिखाएगी और स्वामी जी को भारी मतों से विजयी बनाकर उनकी दबंगई को उनके घर में बंद करवाएगी।

कहा, जब मुझे कुशीनगर में पता चला कि पिता जी पर हमला हुआ तो मैं आ रही थी तो पीछे बाजार में हमें भी घेरा गया और जब वहां पर पुलिस पहुंची है तो 5 गाड़ियों की फोर्स हमें बचाकर लाई है। वहां पर बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने एक महिला को भी घेरा जो खुद बीजेपी की सांसद है। इसलिए मैं फाजिलनगर की जनता से कहती हूं कि इस बार स्वामी का साथ।

जिले के नेताओं पर कहा : डा. संघमित्रा मौर्य बात तो फाजिलनगर की कर रही थीं लेकिन, बीच में बदायूं के नेताओं पर निशाना साधना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि अब राजनीति का असली मजा आएगा। पहले किसी के खिलाफ नहीं बोलती थीं। अब पिता की लगाम नहीं होगी, भाजपा में स्वतंत्र रूप से काम करूंगी। अभी तक बदायूं में खेला होता रहा, उसे शीर्ष नेतृत्व के सामने रखूंगी। वर्ष 2019 और जिला पंचायत के चुनाव में पार्टी नेताओं ने जो किया, इस चुनाव में जो हुआ, उसके साक्ष्य शीर्ष नेतृत्व को दिखाऊंगी।

संघमित्रा पर पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर होगी कार्रवाई : कुशीनगर के भाजपा जिलाध्यक्ष प्रेमचंद मिश्र ने कहा कि भाजपा सांसद संघमित्रा अपने पिता स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में प्रचार कर रही हैं, इसकी सूचना शीर्ष नेतृत्व को पहले ही दे दी गई थी। पिता की हार देखकर वह अनर्गल बयान दे रही हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं पर उनका आरोप पूरी तरह से मिथ्या है। पिता को जीत दिलाने के लिए वह यह सब कर रही हैं। इससे पार्टी और मतदाताओं पर कोई फर्क पडऩे नहीं वाला है। पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर उन पर कार्रवाई जरूर होगी।