मेरठ। धौलाना में पटाखों की अवैध फैक्ट्री में हुए हादसे के बाद आइजी ने रेंज के सभी सीओ की जिम्मेदारी तय कर दी है। उन्होंने कहा कि अपने-अपने क्षेत्र के औद्योगिक क्षेत्र में सत्यापन करेंगे। इस दौरान प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। इस कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शनिवार को हापुड़ के धौलाना में पटाखों की अवैध फैक्ट्री में धमाके से कई की जान चली गई थी। जांच में पता चला कि इलेक्ट्रानिक सामान बनाने की आड़ में पटाखे बनाए जा रहे थे। इसको लेकर आइजी प्रवीण कुमार ने सख्त रुख दिखाते हुए रेंज के सभी सीओ की जिम्मेदारी तय कर दी है।
उन्होंने बताया कि सभी अपने-अपने सर्किल के औद्योगिक क्षेत्रों में सत्यापन के लिए जाएंगे। यह तस्दीक करेंगे कि फैक्ट्री मालिक पर जिसका लाइसेंस है, वही काम हो रहा है या नहीं। यह प्रक्रिया लगातार जारी रहेगी। इसकी रिपोर्ट बनाकर भी भेजनी होगी। इस दौरान प्रशासन के अधिकारी भी उनके साथ रहेंगे। कर्मचारियों से भी बातचीत की जाएगी। मानकों के अनुरूप फैक्ट्री नहीं मिली तो कार्रवाई होगी। देहात में पटाखों की शिकायत, जांच शुरू अवैध पटाखों का कारोबार शहर में भी कई लोगों की पूर्व में जान ले चुका है। शनिवार को हापुड़ में हुई घटना के बाद फिर से जख्म हरे हो गए। कप्तान के पास भी देहात क्षेत्र में पटाखे बनाए जाने की सूचना पहुंची है, जिसकी जांच शुरू हो गई है। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि देहात क्षेत्र में पटाखे बनाए जाने की शिकायत मिली है। टीम बनाकर जांच कराई जा रही है।
पटाखों का अवैध कारोबार करने वालों को जेल भेजा जाएगा। दमकल विभाग ने चलाया अभियान हादसे के बाद ही जिम्मेदारों की नींद खुलती है। रविवार को दमकल विभाग ने भी अभियान चलाया। सीएफओ संतोष राय ने बताया कि उनके यहां से किसी भी पटाखा बनाने वाले को लाइसेंस नहीं दिया गया है। पूर्व में कुछ लोगों के पास लाइसेंस था, इसलिए टीम को उनके यहां भेजकर यह देखा गया था कि कहीं पटाखे तो नहीं बनाए जा रहे। मौके पर कुछ नहीं मिला। उन्होंने एक टीम बना दी है, जो नियमित रूप से जांच करेगी।