मेरठ. किसी व्यक्ति के जीवन में माता-पिता के बाद अगर ईश्वर के बराबर किसी का स्थान है तो वो गुरु या शिक्षक का है। शायद यही वजह है कि एक छात्र का अपने शिक्षक के प्रति एक विशेष लगाव होता है। व्यक्ति के जीवन में एक समय ऐसा जरूर आता है, जब उसे अपने शिक्षक से अलग होना पड़ता और वो वक्त छात्र के लिए बहुत भावुक कर देने वाला होता है। ऐसा ही एक वीडियो इन दिनों इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। ये वीडियो कस्बे के कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालय का है।

कस्बे के कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालय में चार वर्ष पूर्व प्रियंकर की वार्डन के पद पर तैनाती हुई थी, जिन्होंने गणित के विषय को छात्राओं को पढ़ना आरंभ कर दिया। उन्होंने छात्राओं के दिल में इतनी जगह बना ली की छात्राएं उन्हें भूलने से भी नहीं भुला पा रही है। बताया जा रहा है कि मेरठ जनपद के समस्त विद्यालयों में सर्वाधिक छात्राओं की संख्या खरखौदा विद्यालय की है। विद्यालय की छात्रा वंशिका को पूर्व में राज्यपाल पुरस्कार वार्डन प्रियंकर के नेतृत्व में ही मिला। इतना ही नहीं चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में आए तत्कालीन उपमुख्यमंत्री दिनेश चंद्र शर्मा ने विद्यालय की छात्राओं और वार्डन प्रियंकर को सम्मानित किया। जनपद स्तर में सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए खखौदा के कस्तूरबा विद्यालय की छात्राएं प्रतिभाग लेती थी।

बताया जा रहा है कि शनिवार को उनका अचानक तबादला कर दिया गया। तबादले के वक्त जब वार्डन विद्यालय से जाने लगी तो विद्यालय में तैनात सभी छात्राएं रोने लगी। छात्राओं का रो रो कर बुरा हाल हो गया। छात्राओं ने वार्डन प्रियंकर को रोकने की काफी कोशिश की। वार्डन छात्राओं को समझाते हुए नजर आ रही हैं। बाद में प्रियंकर तेजी से सबका अभिवादन करते हुए विद्यालय के द्वार से बाहर निकल अपनी गाड़ी में बैठ कर चली गई। यह सारा मामला विद्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। छात्राओं के रोने की वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। वही वार्डन प्रियंकर से बात की गई तो उन्होंने कहा उन्हें विश्वास है कि विद्यालय की छात्राएं नई ऊंचाइयों को छुएगी। अधिकारियों का जो आदेश मिला है उसका पालन कर रही है।

मधुर भाषी और व्यवहारिक वार्डन प्रयांकर ने दिन-रात विद्यालय के लिए मेहनत की। उन्होंने अपने व्यवहार से छात्राओं के साथ साथ विद्यालय में तैनात सभी शिक्षिकाओं का दिल भी जीता। तबादला होने के बाद सभी शिक्षिका और छात्राएं उनके प्रशंसा करते नजर आई।