मेरठ/मवाना। नौकरी और आठ लाख रुपये का झांसा देकर धर्म परिवर्तन कराने के मामले में दूधली गांव में रविवार को जमकर हंगामा हुआ। हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया कि ईसाई समुदाय के लोग नौकरी और रुपयों का झांसा देकर धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश कर रहे थे। मवाना खुर्द थाना पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है।
मवाना खुर्द गांव के रहने वाले सचेंद्र कुमार ने थाने में तहरीर दी। इसमें बताया कि उसकी दुकान पर पनवाड़ी निवासी पवन आता-जाता रहता है, जो पेशे से डॉक्टर है। वह अपने मोबाइल पर ईसाई समुदाय के संदेश सुनाता रहता था। दो दिन पहले पवन ने बताया कि 11 जून को ईसाई समुदाय के बड़े प्रचारक दूधली गांव में आएंगे। वहां आकर उनके विचार सुनना। रविवार सुबह सचेंद्र अपने साथ अमरीश, आकाश और शुभम को लेकर दूधली गांव में पहुंच गया। एक मकान में चार युवक, उनकी पत्नियां और कई अन्य महिलाएं व युवती मौजूद थे। एक व्यक्ति ने कहा कि यदि तुम ईसाई बनोगे तो एक मुश्त आठ लाख रुपये प्रत्येक परिवार को दिए जाएंगे और तनख्वाह भी मिलेगी।
दोपहर के समय वहां पर हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता भी पहुंच गए और धर्म परिवर्तन का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया। इस बीच कुछ महिलाएं ईसाई समुदाय के साहित्य और फोटो लेकर रफूचक्कर हो गए जबकि चार लाेगों को पकड़ लिया गया। चारों युवकों को सूचना मिलने पर पहुंची मवाना खुर्द पुलिस के हवाले कर दिया गया। उधर, पकड़े गए युवकों का कहना है कि धर्म परिवर्तन का आरोप गलत है। वह बैठकर कीर्तन कर रहे थे।
चार युवकों से पूछताछ की जा रही है। अभी स्पष्ट नहीं कहा जा सकता है कि मामला धर्म परिवर्तन का है या फिर नहीं। – कमलेश बहादुर, एसपी देहात