नई दिल्ली: यूपी असेंबली के पहले चरण के चुनाव में करीब 2 सप्ताह ही बाकी बचे हैं. ऐसे में कथित तौर पर नाराज चल रहे पश्चिम यूपी के जाट समुदाय को मनाने के लिए बीजेपी ने बड़ी कोशिश की.
दिल्ली में जाट नेताओं के साथ की बैठक
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के यूपी प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने बुधवार को पश्चिम यूपी के बड़े जाट नेताओं से मुलाकात की. दिल्ली से बीजेपी के सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा के आवास पर हुई इस बैठक में जाट समुदाय के करीब 250 प्रभावशाली नेताओं ने भाग लिया. इस बैठक को ‘सामाजिक भाईचारा बैठक’ का नाम दिया गया. बैठक में अमित शाह ने जाट समुदाय को साधने के लिए कई बड़ी बातें कहीं.
‘राहुल को नहीं पता, खरीफ-रबी का अंतर’
अमित शाह ने कहा, ‘हमारा घोषणापत्र आएगा तो देखना कि किसानों का ऋण चुकाने के लिए हम क्या कर रहे हैं. राहुल गांधी तो किसानों के लिए आलू की फैक्ट्री लगाने की बात कर रहे थे. उन्हें मालूम ही नहीं है कि रबी और खरीफ की फसल में क्या अंतर होता है. आज से 5 साल पहले यूपी गन्ना, चीनी, गेहूं, आलू, आंवला आदि के उत्पादन में देश में टॉप-5 में भी नहीं था. वहीं आज यूपी इन फसलों के उत्पादन में देश में नंबर-1 पर पहुंच गया है.’
उन्होंने बैठक में मौजूद जाट नेताओं से पूछा, ‘योगी जी के आने के बाद उत्तर प्रदेश में क्या एक भी दंगा हुआ है. बहन बेटियां सुरक्षित जा सकती है कि नहीं. जो मोटरसाइकिल पर घूम-घूम कर मूंछों पर ताव देकर अपराध करते थे, वे अब उत्तर प्रदेश छोड़ गए है कि नहीं.’
‘एसपी की सरकार बनी तो छूट जाएगा आजम’
बैठक में मौजूद किसान नेताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘झगड़ा करना है तो हमसे कर लो भाई. घर से बाहर के लोगों को क्यों लाना है. आप को भी मालूम है कि भारतीय जनता पार्टी के अलावा दूसरा विकल्प क्या है. प्रत्याशियों को आप देख ही रहे हो. सपा और आरएलडी की सरकार बनेगी तो यह आजम खान छूट जाएगा कि नहीं छूट जाएगा. सोचने का काम आप मत करो. वोट हमें दे दो तो सोचने का काम हम करेंगे.’
अयोध्या और काशी कॉरिडोर के बारे में बताते हुए अमित शाह ने कहा, ‘राम मंदिर बनने के बारे में किसी ने सोचा था क्या. लेकिन मोदी जी ने तमाम मुश्किलों को दूर कर वहां भूमि पूजन किया और अब वहां गगनचुंबी भव्य मंदिर बन रहा है. काशी कॉरिडोर बनाने का काम भी पीएम नरेंद्र मोदी ने किया.’
‘जेवर एयरपोर्ट के नामकरण पर करेंगे विचार’
जेवर एयरपोर्ट का नाम जाट महापुरुष के नाम पर करने की मांग पर गृह मंत्री ने कहा, ‘जेवर एयरपोर्ट का नाम बदलने की आप बात कर रहे हो. भैया अभी तो भूमि पूजन किया है. पहले बन जाने दो, उसे फिर देख लेंगे.’
‘पीएसी हेड क्वार्टर बनने से कौन डरता है’
शामली में पीएसी हेडक्वार्टर का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा, ‘शामली में ढाई सौ करोड़ रुपए की लागत से पीएसी का हेड क्वार्टर बन रहा है. आपको पता है ना कि पीएसी आने के बाद कौन डरता है. 2014 में आप ने हमारी अपेक्षा से भी ज्यादा आशीर्वाद दिया. वर्ष 2017 में भी आपने वोट देकर पूरी सरकार बनवाई. 2019 में भी आपने आशीर्वाद देकर पीएम मोदी की सरकार बनवाई. अब 2022 में भी यूपी में बीजेपी की सरकार बनवा दीजिए, आपको मांगने की जरूरत नहीं पड़ेगी.’
अमित शाह ने कहा, ‘इस बार निर्णायक चुनाव हैं. पीएम मोदी ने देश में बदलाव का जो दौर शुरू किया है, उसे 2024 में और आगे बढ़ाना है. उसके लिए यूपी का रण जीतना जरूरी है.’
‘जयंत भाई ने चुन लिया गलत घर’
जयंत चौधरी को लेकर बीजेपी की ओर से बड़ा संकेत देते हुए गृह मंत्री ने कहा, ‘जयंत भाई ने गलत घर चुन लिया है. आप लोग उन्हें समझाना. वैसे हमारा मन खुला हुआ है. चुनाव के बाद इस मसले को भी देखा जा सकता है.’
बैठक में बागपत से सांसद सत्यपाल सिंह, मंत्री संजीव बालियान समेत कई प्रभावशाली जाट नेता शामिल हुए. सांसद प्रवेश वर्मा ने बैठक के बाद दावा किया कि जाट नेताओं में बीजेपी के प्रति जो नाराजगी थी, वह अब नहीं है.
‘7 चरणों में होने हैं यूपी असेंबली के चुनाव’
बताते चलें कि यूपी में इस बार 7 चरणों में असेंबली के चुनाव होने हैं. पहले चरण में 10 फरवरी को 11 जिलों की 58 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. इनमें बागपत, मेरठ, हापुड़, शामली, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर जिले शामिल हैं. वहीं दूसरे चरण में 14 फरवरी को 9 जिलों की 55 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा. इसमें सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, संभल, रामपुर, बरेली, अमरोहा, पीलीभीत प्रमुख जिले हैं.
पश्चिम यूपी में प्रभावी हैं गुर्जर-जाट
इन दोनों चरणों में शामिल पश्चिम यूपी के जिलों में गुर्जर और जाट मतदाता प्रभावी उपस्थिति रखते हैं. इनमें गुर्जर मतदाता तो फिलहाल मौन हैं. वहीं जाटों में बीजेपी के प्रति कथित नाराजगी जताई जा रही है, जिसे दूर करने के लिए बीजेपी लगातार दूर करने की कोशिश में जुटी है.