पति आलोक मौर्य से कानूनी लड़ाई और होमगार्ड कमांडेंट से नजदीकी को लेकर देश भर में चर्चित बरेली में तैनात पीसीएस अफसर ज्योति मौर्य की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। अब वसूली के आरोपों में जांच शुरू न होने का तर्क देकर पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने लोकायुक्त से शिकायत करने की चेतावनी दी है। भीम आर्मी ने जातिसूचक टिप्पणी को लेकर अलग मोर्चा खोल दिया है।

पूर्व नौकरशाह अमिताभ ठाकुर ने अमर उजाला को भेजे वीडियो बयान में बताया है कि महिला अधिकारी के पति की ओर से उपलब्ध कराए गए डायरी के कागजों के आधार पर मामला सीधे तौर पर वसूली का लग रहा था। उन्होंने 21 जून को मुख्यमंत्री योगी को इसकी शिकायत भेजी थी।

अब तक इस मामले में कोई जांच नहीं हुई है जो दुखद स्थिति है। इसलिए उन्होंने मुख्यमंत्री को दोबारा शिकायत भेजी है। अगर सात दिनों में महिला अधिकारी की भूमिका को लेकर जांच नहीं की जाती है तो आजाद अधिकार सेना इस मामले को लोकायुक्त के समक्ष ले जाएगी।

इधर, भीम आर्मी ने भी महिला अधिकारी पर कार्रवाई कराने को आंदोलन की चेतावनी दी है। संगठन मंडल अध्यक्ष विकास बाबू एडवोकेट ने एसएसपी कार्यालय में ज्ञापन देकर बताया है कि पीसीएस अधिकारी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वह जातिसूचक शब्द कहती नजर आ रही हैं। इससे जातीय वैमनस्यता फैल रही है।

वाल्मीकि समाज के साथ ही वंचित वर्ग अपमान महसूस कर रहा है। उन्होंने कहा कि महिला अधिकारी के खिलाफ एससी एक्ट का मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है। उन्हें जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है। अगर तय समय में रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई तो भीम आर्मी आंदोलन करेगी।

बता दें कि महिला अधिकारी ज्योति मौर्य के पति आलोक मौर्य ने होमगार्ड मुख्यालय में शिकायत दर्ज कराई है कि उनकी पत्नी का गाजियाबाद के होमगार्ड कमांडेंट के साथ अफेयर चल रहा है और दोनों उनकी हत्या कराने की साजिश रच रहे हैं। उनकी शिकायत पर डीजी होमगार्ड वीके मौर्य ने प्रयागराज के डिप्टी कमांडेंट जनरल संतोष कुमार को जांच सौंपी है।