नई दिल्ली: करवा चौथ पति-पत्नी के रिश्ते का महत्वपूर्ण पर्व है. सुहागिन स्त्रियां इस दिन पति की लंबी आयु की कामना करती है. इस दिन निर्जला उपवास करती हैं. वहीं, महिलाएं रात में पूजा के बाद फिर चांद को देखकर व्रत खोलती हैं. वहीं, इस अवसर पर महिलाएं 16 श्रृंगार करते हुए सजती और संवरती हैं. अपनी शादी के जोड़े, सुंदर लहंगा, ज्वेलरी और साड़ी पहनकर पूजा करती हैं. ऐसे में आप भी फर्रुखाबाद के इन बाजारों से सस्ते दामों में सामान खरीद सकती हैं. यहां 200 रुपए में आपको पूरी पूजा की थाली मिल जाएगी.
ऐसे पर्व में करवा चौथ के लिए महिलाएं पहले से ही खरीदारी करने लगती हैं. अगर आप भी इस अवसर इस करवा चौथ पर अलग से हट कर फैंसी और धातु से बने करवां खरीदना चाहती हैं, तो कमालगंज के इस बाजार में नक्काशीदार रंगीन करवां मिल रहे हैं. इस बार यह महिलाओं की डिमांड पर ही तैयार किए गए हैं.
जब बात करवा चौथ की और पीतल के कलश की हो, तो इन सामानों की खरीदारी न हो. इन दिनों यहां पीतल के कलशों के ऊपर ऐसी कारीगरी की गई है, जो देखते ही हर कोई इनको खरीदने को आतुर हो जाता है. यही कारण है कि इन दिनों पीतल से तैयार करवां काफी ट्रेंड कर रहे हैं.
प्राचीन समय से ही कुंभकारों द्वारा तैयार किए जाने वाले मिट्टी के कलशों का महत्व ही अलग रहा है. वहीं, इन्हें भी बहुत ही शुभ माना जाता है. इस समय इन कलशों के ऊपर ऐसी कारीगरी की गई है, जो देखते हैं हर कोई इनको खरीदने को आतुर हो जाता है. यही वजह है कि इन दिनों मिट्टी से तैयार करवां काफी सुंदर दिख रहे हैं. इनके ऊपर मूंगा और सितारों के द्वारा सजावट की गई है, जो इनकी सुंदरता में चार चांद लगा रही हैं.
जिले के कारीगरों ने बताया कि वह प्राचीन पर्वों की रीति को आज के समय में भी नहीं भुलाते हैं. बल्कि उसी में कुछ परिवर्तन करके आकर्षण बना देते है. ऐसे में मिट्टी के इन कलशों के ऊपर रखा हुआ दीपक के साथ यह कलश बिक्री होती है. जिसे पूजा में बंद करके रख दिया जाता है. ऐसे में हर कोई इन नए प्रकार के कलशों को खरीद रहा है.