नई दिल्ली. देश में महिलाओं की शादी को लेकर सरकार की ओर से आंकड़े जारी किए गए हैं. इसमें कई दिलचस्प तथ्य सामने आए हैं. पश्चिम बंगाल और झारखंड में अधिकांश युवतियों की 21 वर्ष या उससे पहले शादी हो जाती है. वहीं, जम्मू-कश्मीर और दिल्ली में यह आंकड़ा क्रमश: 10 और 17 फीसद ही है. वहीं, एक मामले में बीमारू राज्य माने जाने वाले बिहार ने सबसे ज्यादा विकसित और शिक्षित राज्य केरल की बराबरी कर ली है. आंकड़ों के विश्लेषण से यह बात सामने आई है कि 21 प्लस एज ग्रुप में बिहार और केरल की स्थिति समान है. देश के ग्रामीण क्षेत्रों में तकरीबन एक तिहाई महिलाओं की शादी 18 से 20 वर्ष की उम्र में हो जाती है.
सरकार ने वर्ष 2020 का डाटा जारी किया है. विभिन्न एज ग्रुप की महिलाओं की शादी के बारे में नए और दिलचस्प तथ्य सामने आए हैं. बिहार और केरल में 21 प्लस एज ग्रुप में औसतन 72.6 फीसद महिलाओं की शादी करने की बात सामने आई है. वहीं, सबसे ज्यादा उम्र में शादी करने के मामले में जम्मू-कश्मीर शीर्ष पर है. केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में 90.7 फीसद महिलाओं की शादी 21 वर्ष से ज्यादा की आयु में होती है. इस मामले में गुजरात दूसरे (85.2 फीसद), उत्तराखंड तीसरे (84 फीसद), पंजाब चौथे (83 फीसद) और महाराष्ट्र पांचवें (82.7 फीसद) स्थान पर है. वहीं, इस मामले में राष्ट्रीय औसत 70.5 फीसद है.
ग्रामीण भारत में तकरीबन 1 तिहाई युवतियों की शादी 18 से 20 वर्ष के बीच हो जाती है. बता दें कि देश के ग्रामीण हिस्सों में विभिन्न वजहों से शादी की औसत उम्र कम होती है. हालांकि, पिछले कुछ वर्षो में इस मामले में उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया गया है. पहले बड़ी तादाद में युवतियों की शादी काफी कम उम्र में कर दी जाती थी, लेकिन अब इससे जुड़े आंकड़ों में कर्मी दर्ज की गई है.
बता दें कि भारत में लड़कियों के लिए शादी की उम्र 18 वर्ष तय की गई है. इससे कम उम्र में शादी करने पर कानूनी कार्रवाई का प्रावधान है. सरकारी की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2020 में केरल में एक भी युवती की शादी 18 वर्ष से कम की आयु में नहीं की गई. वहीं, इस मामले में झारखंड (5.8 फीसद) लिस्ट में सबसे ऊपर है. उसके बाद पश्चिम बंगाल (4.7 फीसद) का नंबर आता है.